बिंदल ने भाजपा के प्रत्याशी नामांकन पत्र भरने का शेड्यूल बताया
बिंदल ने गिनाई कांग्रेस पार्टी की प्रदेश को 5 देन, कांग्रेस पर किया प्रहार
शिमला : कांग्रेस ने जो अपना मेनिफेस्टो जारी किया है उसमें बहुसंख्यक वाद को प्राथमिकता देते हुए विशेष बल देने की बात की है जो कि बिल्कुल अमान्य है। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि बहुसंख्यकवाद को और अल्पसंख्यक को साथ उसको मिलाते हैं तो उस बहुत संख्या का अर्थ है हिंदू और बड़े स्पष्ट बहुसंख्यक का अर्थ हिंदू है। उन्होंने कहा कि स्पष्ट शब्दों में हाइलाइटेड पैरा के अंदर बहुसंख्यकवाद नहीं चलने दिया जाएगा अर्थात हिंदुत्व को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शब्दों को पूरा किया जाएगा, जिसमें उन्होंने कहा था की भारत के संसाधनों पर पहला हक़ अल्पसंख्यक और विशेष तौर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों का है। हिंदू समुदाय के लोगों को उनकी जातियों में बांट कर के देखा जाएगा। जातिगत जनगणना के अंदर बांट कर के उनको रखा जाएगा।ओबीसी आरक्षण में से आरक्षण काटकर मुस्लिम को दिया जाएगा।यह कांग्रेस का मैनिफेस्टो है जिसका समर्थन राहुल गाँधी करते है जिसका हम समर्थन नहीं करते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष बिंदल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अपना नामांकन इन तिथियों को भरने जा रहें है लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों की नामांकन तिथि 10 मई- डॉ. राजीव भारद्वाज, कांगड़ा,13 मई- अनुराग ठाकुर, हमीरपुर और सुरेश कश्यप, शिमला,14 मई- कंगना रनौत, मंडी इसी प्रकार हिमाचल विधानसभा के उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों की नामांकन तिथि 9 मई- रवि ठाकुर (लाहौल स्पीति)10 मई- आईडी लखनपाल (बड़सर), राजिंदर राणा (सुजानपुर), देविंदर कुमार भुट्टो (कुटलैहड़)14 मई- सुधीर शर्मा (धर्मशाला) गगरेट से चैतन्य शर्मा की नामंकन तिथि कुछ दिन में तय होगी।
उन्होंने संगठनात्मक कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में 50 से ज्यादा पन्ना प्रमुख कार्यक्रम हो चुकी है जिसमें 140000 से अधिक पन्ना प्रमुख भाग में चुके है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और सरकार चुनावी मुद्दों से भाग रही है और उनके पास अपने कार्यकाल में कोई भी ऐसी बात नहीं है जो वह जनता तक पहुंचा सके। इसलिए योजना पूर्वक मुख्यमंत्री अभद्र बयानबाजी कर रहे है बयान जिससे जनता का ध्यान भटकाया जा सके। कभी काला नाग, भेड़ बकरी बोल रहे हैं और विक्रमादित्य तो कभी मेंढक शब्द का प्रयोग भी कर लेते हैं। प्रतिभा सिंह तो हमारे प्रत्याशी को किसी चीज के साथ तुलना कर देते है।
कांग्रेस ने नेता ढिंका चिका ढिंका चिका इस प्रकार की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। एक मुहावरा तो इन पर सही बैठती है यथा राजा तथा प्रजा जैसा मुख्यमंत्री वैसे उनके नेता।
बिंदल ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा वर्तमान कांग्रेस सरकार की प्रदेश को 5 देन है एक झूठ बोलना, धोखा देना, कर्ज लेना, मित्रो को ऐश करवाना और भाजपा को गली देना। शायद यही इनका एजेंडा भी है , पर भाजपा का एजेंडा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 साल के काम पर चुनाव लड़ना है।
उन्होंने कहा वैसे तो कांग्रेस पार्टी की 30 या 35 लोकसभा सीटें आएगी पर फिर भी वह स्पष्ट करें की क्या उनके प्रधानमंत्री उम्मीदवार राहुल गांधी होंगे, जो एक के बाद एक स्थान से भागते हुए स्मृति ईरानी के दर से लास्ट मोमेंट पर रायबरेली पहुंच गए।
उन्होंने कहा जनता मुख्यमंत्री व प्रियंका गाँधी से सवाल पूछ रही है कि महिलाआें को सम्मान राशि कब मिलेगी? काग्रेंस सरकार ने फार्म भरवा दिए परन्तु एक पैसा भी नहीं मिला, दूसरा चुनाव आ गया। अब फिर फार्म भरवा रहे हैं, प्रदेश की जनता जानना चाहती हैं पहले वाले 2022 के फार्म कौन सी कबाड़ी की दुकान पर बेचें? और 2024 के चुनाव फार्म बेचने का ठेका कौन से कबाड़ी को दिया है? ये हिमाचल की जनता मुख्यमंत्री से जानना चाहती है। सभी अधिकारियों को धमकाया गया कि फार्म भरवाओं, चुनाव आयोग ने बकायदा लिखा है के कोई भी नया बेनिफिट किसी भी नए व्यक्ति को नहीं दिया जा सकता और ये चुनाव आयोग की सख्त इदायत है, परन्तु कांग्रेस सरकार इसपर भी राजनीति कर रही हैं। इनके नेता खुले मंचां पर बयानबाजी करते रहें और कहते रहे कि एक होला तो 1500, दो होला तो 3000, त्रय होला तो 4500, चार होला तो 6000, परन्तु आज कांग्रेस पार्टी के लोग मुख्यंमत्री के दाएं-बाएं ढिंगा चिका कर रहें है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता कांग्रेस से जानना चाहती है कि पहली कैबिनेट में 1 लाख बेरोजगार युवकों को नौकरी देंगे, वो नौकरी कहाँ गई? नौकरी तो दूर परन्तु नौकरी देने वाले संस्थान ही बंद कर दिए और तो और विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री इस बात से ही पलट गए कि उन्हांने पहले साल में 1 लाख सरकारी नौकरीया देने का वायदा जनता से किया था। ऐसे में जनता इन पर क्यों विश्वास करें। कांग्रेस ने सत्ता में आते ही 10 हजार कोविड कर्मियों को नौकरी से बाहर कर दिया। आजतक एक भी युवा को रोजगार देने में यह सरकार नाकाम रहीं हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश पर आए दिन अर्थिक बोझ डालने का कार्य यह सरकार कर रही हैं। 25 हजार करोड़ रूपये का कर्ज डेढ़ साल में ले लिया, लेकिन विकास के नाम के ऊपर एक फूटी कौड़ी खर्च नहीं की।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही 16 महीनां का समय सिर्फ भाजपा को गाली देने में बिता दिया और चुनाव भी बीजेपी को गाली देकर के ही लड़ रहे हैं। ऐसा लगता है मानो कांग्रेस का एजेंडा जयराम, प्रधानमंत्री मोदी जी को गाली देना है। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 97 प्रतिशत हिंदू आबादी वाले हिमाचल प्रदेश में हिंदू विचारधारा वाली पार्टी को हराने का ज़ोर से दावा किया और इस बार कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनाव घोषणापत्र में पूरा का पूरा घोषणापत्र केवल और केवल अल्पसंख्यक तुष्टिकरण के साथ भरा है।