भारत एचआईवी उन्मूलन की दिशा में लगातार कठिन प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में सरकार के निर्देश अनुसार एल आर बी एड संस्थान की एनएसएस इकाई ने एचआईवी जागरूकता फैलाने के लिए एक विशेष चर्चा का आयोजन किया, जिसमें बी एड विभाग के सभी अध्यापक ,प्रशिक्षु और प्रधानाचार्य डॉक्टर निशा मौजूद रही।
जिसमें प्रशिक्षु गुलशन प्रांजल और सौरभ ने बताया कि एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल दुनिया भर में एड्स दिवस मनाया जाता है। यह बीमारी एचआईवी वायरस की वजह से होती है।चर्चा में प्रशिक्षुओं ने इस बीमारी के लक्षण ,बचाव व फैलने के कारणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा, एचआईवी वायरस के संक्रमण से होने वाली गंभीर बीमारी है और जिसके कारण रोग प्रतिरोधक प्रणाली कमजोर हो जाती है और अन्य बीमारियों से लड़ने की क्षमता में कमी होती है , इसलिए संक्रमण से बचाव बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए सुरक्षित यौनाचरण और स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना है। हम सभी अपने समुदायों के बीच एचआईवी शिक्षा प्रशिक्षण, सामुदायिक भागीदारी और उपचार बढ़ाने और बीमारी उन्मूलन के लिए।इस जागरूकता अभियान में एकजुट अग्रसर हो। चर्चा के अंत में प्रधानाचार्य डा॰ निशा ने प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षुओं को एचआईवी संक्रमण से होने वाली बीमारी और उसके बचाव के बारे में बताया। डा॰ निशा ने प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षुओं को अपने समुदाय में इस बीमारी से जागरूक करने के लिए संदेश देना प्रमुख उद्देश्य बताया। साथ ही उन्होंने बताया कि पीड़ित लोगों के साथ समर्थन दिखाना, एड्स से मरने वाले लोगों को याद करना और नए संक्रमण को रोकने के खिलाफ जागरूकता फैलाना है। एचआईवी से बचाव का एकमात्र जरिया जागरूकता ही है।