चंडीगढ़ 03 दिसंबर
भारत के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री चंडीगढ़ में आज मोदी सरकार द्वारा तैयार किए गए तीन कानूनों पर चर्चा की । सरकार की तरफ से जारी विज्ञापन में “दंड से न्याय की ओर” का शाब्दिक अर्थ तो यही है कि आज से पहले अपराध के लिए दंड देना प्राथमिकता थी। लेकिन अब सरकार चाहती है कि दंड न दिया जाए । भारत की जनता जानना चाहती है कि वर्तमान कानून लागू होने के बाद अपराध का ग्राफ भारत में कम हुआ है या ज्यादा हुआ है ?
समाजसेवी जसपाल सिंह ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के आगमन कारण चंडीगढ़ में जगह-जगह पुलिस के नाके लगे हुए थे। लेकिन फिर भी अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि चंडीगढ़ में स्नैचिंग चोरी की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। यहां तक कि सेक्टर 26 मार्केट में रात 10:00 बजे से 2:00 बजे के बीच ताले टूटे, अपराधी दुकान से लाखों रुपए कीमत के ड्राई फ्रूट चोरी कर ले गए ।
महंत मनोज शर्मा ने कहा कि उन्हें नवंबर 2022 दौरान जान से मार देने की धमकियां मिली थीं। इस कारण उन्होंने पुलिस से सुरक्षा के लिए शिकायत चंडीगढ़ पुलिस, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय भेजी थीं । इस शिकायत की जांच ए एस आई सुमन कुमार, ए एस आई बलकार सिंह व एस आई अमरजीत सिंह ने की । अफसोस कि पुलिस अधिकारियों ने इतने गंभीर मुद्दे पर भी अपना फर्ज ईमानदारी के साथ नहीं निभाया । यहां तक कि शिकायत की जांच रिपोर्ट तैयार करते हुए झूठ लिख दिया कि महंत मनोज शर्मा ने कहा कि उन्हें धमकियां नवंबर 2021 दौरान मिलीं ।जबकि महंत मनोज शर्मा ने इस बारे नवंबर 2022 बताया था । इसके साथ-साथ महंत मनोज शर्मा ने कहा कि उन्हें बार-बार धमकियां मिलीं।यह बात उन्होंने जांच दौरान पुलिस अधिकारियों को बताईं । लेकिन पुलिस ने कहा कि मात्र एक बार ही महंत मनोज शर्मा के फोन नंबर पर धमकी कि काल आने की पुष्टि हुई है। जबकि पुलिस की यह बात सरासर झूठी है ।
महंत मनोज शर्मा ने कहा कि उन्हें लगातार जान माल का खतरा बना हुआ है। अगर उन्हें कुछ हो जाता है तो झूठी जांच रिपोर्ट तैयार करने वाले पुलिस अधिकारी दोषी होंगे। पुलिस की किसी की जान-माल के लिए बेपरवाही अनैतिक और गैर कानूनी है। इसकी जांच होनी चाहिए और दोष निर्धारित होनी चाहिए।
जसपाल सिंह ने कहा कि अगर ईमानदार पुलिस अधिकारियों को ईमानदारी का पारितोषिक और भ्रष्ट व बेईमान पुलिस अधिकारियों को सजा देना सरकार सुनिश्चित नहीं करती तो सभी कानून बेकार है।