अफगानिस्तान से सुरक्षित निकलने के बाद कई तरह की परेशानियों को झेलते हुए आखिरकार सोमवार करीब 12.55 बजे नवीन सरकाघाट पहुंच गया। उसके आने का परिजन बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। उसके स्वागत की पहले ही तैयारी किए हुए उसकी मां और उसकी दोनों बहनों ने उसकी आते ही आरती उतारी और उसे गले से लगा दिया। मां और बहनों की आंखों में आंसू झलक रहे थे, वहीं नवीन भी इस दौरान भावुक हो गया और उसकी आंखों में भी आंसू झलक रहे थे।
उधर, उसके आने पर स्थानीय लोगों ने पटाखे भी जलाए। उसके घर का माहौल दीवाली जैसा दिखाई दिया। नवीन ने बताया कि वह घर आने के लिए बहुत अधिक आतुर था और इतने दिनों तक देश विदेश में कई दिक्कतें झेलते हुए आखिरकार ईश्वर की कृपा से वह घर पहुंच गया।
नवीन ने बताया कि सोमवार सुबह 11 बजे वह दिल्ली से सरकारी बस से घर आ रहा था, लेकिन जब उनकी गाड़ी पानीपत के पास पहुंची तो वहां दूसरी गाड़ी से टकरा गई और करीब दो घंटे नवीन जाम में फंसा रहा, हालांकि जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन दो घंटे जाम में गाड़ी जाम में फंसी रही, जिसकी बजह से जहां नवीन ने करीब शाम सात बजे घर पहुंचना था, मगर इस कारण से वह रात करीब 12.55 बजे घर पहुंचा।
उधर, सरकाघाट का दूसरा बेटा राहुल सोमवार को लंदन से कतर के लिए रवाना हो गया है, वहां से मंगलवार को वह दिल्ली पहुंचेगा। उसकी मंगलवार शाम तक घर पहुंचने की सम्भावना है। दोनों के परिजन अपने बेटों के सुरक्षित आने की खुशी में फूले नहीं समा रहे। राहुल के पिता बलवंत सिंह बराड़ी ने कहा कि राहुल दुबई से लंदन और वहां से कतर और कतर से दिल्ली के रवाना हो गया है और मंगलवार को सुबह दिल्ली पहुंचेगा और शाम तक राहुल की घर पहुंचने की सम्भावना है।