एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा गया। इसमें एसएफआई ने विश्वविद्यालय में चल रही तमाम तरह की समस्याओं का विवरण दिया। इसमें सबसे पहेली मांग है कि जल्द से जल्द विश्वविद्यालय को आम छात्रों के लिए खोला जाए। जैसा कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय में परीक्षाएं होने जा रही हैं इसके चलते जल्द से जल्द विश्वविद्यालय को खोला जाना चाहिए। इसके अलावा एसएफआई ने यह मांग भी कुलसचिव के समक्ष रखी की 2018 में विश्वविद्यालय द्वारा नॉन-टीचिंग स्टाफ और पंचायत सहायक के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए थे लेकिन आज भी विश्वविद्यालय द्वारा इनकी परीक्षाएं नहीं करवाई गई है। जबकि इसमें विश्वविद्यालय द्वारा भारी भरकम फीस बच्चों से वसूली गई है। एसएफआई विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करती है कि जल्द से जल्द इन परीक्षाओं का शेड्यूल जारी किया जाए और इसके अलावा एसएफआई ने यह मांग भी की कि पिछले लंबे समय से विश्व विद्यालय बंद है फिर भी प्रशासन द्वारा छात्रों से पूरी फीस वसूल की जा रही है फिर चाहे वह हॉस्टल फीस हो या परीक्षा की फीस हो।
हम मांग करते है कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा तमाम तरह की फीस में रिलैक्सेशन दी जानी चाहिए। एसएफआई ने यह मांग भी उठाई है कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय में परीक्षाएं करवाई जानी है इसके लिए बहुत से छात्र विश्विद्यालय की ओर रुख करेंगे, इसीलिए विश्वविद्यालय में वैक्सीन लगाने के लिए परमानेंट वैक्सीनेशन सेंटर खोला जाना चाहिए ताकि छात्रों को वैक्सीन लगाने के लिए जगह जगह ना भटकाना पड़े। इसके अलावा एस एफ आई ने मुख्यतः जो प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न शिक्षण संस्थानों में स्पोर्ट्स और कल्चरल कोटा खत्म किया जा रहा है उस की बहाली की मांग कुलसचिव के समक्ष रखी।
एसएफआई का मानना है कि इस कोटे को किसी भी हाल में खत्म नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा एस एफ आई द्वारा कुलसचिव को पिंक पेटल्स के ऊपर जितनी भी खाने की दुकाने हैं उनके बाहर रेट लिस्ट लगाने के लिए कहा क्योंकि देखा जा रहा है कि बिना किसी नोटीफिकेशन के दुकानदारों द्वारा मूल्यों में वृद्धि की गई है। हि०प्र० विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष विवेक राज ने बताया कि अगर इन सभी मुद्दों पर जल्द से जल्द संज्ञान नही लिया गया तो आने वाले समय में एसएफआई तमाम छात्र समुदाय को एकजुट करते हुए उग्र आंदोलन करेगी जिसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार होगा।