लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दिवंगत विमल नेगी मामले में भाजपा के आरोपों को तथ्यहीन तथा राजनीति से प्रेरित करार दिया है, साथ ही उन्होंने विपक्ष को इस तरह के संवेदनशील मसलों में राजनीति नहीं करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सरकार विमल नेगी मामले में सीबीआई जांच का पूरा सहयोग करेगी। वह बुधवार को शिमला में पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि विमल नेगी मामले में भाजपा ने राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में जो मांगें की हैं वे सभी राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश उच्च न्यायालय ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है तथा मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि सरकार हर तरह की जांच के लिए तैयार है।
विक्रमादित्य सिंह ने भाजपा के पेखूवाला प्रोजैक्ट की जांच ईडी से करवाने तथा एसपी शिमला द्वारा पत्रकार वार्ता में उच्च अधिकारियों पर लगाए आरोपों की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की भी आलोचना की तथा कहा कि सरकार ने अधिकारियों पर जो कार्रवाई करनी थी वह पिछले कल कर दी गई है। एसीएस होम, डीजीपी व एसपी शिमला को छुट्टी पर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
इस मामले में आगामी कार्रवाई सरकार द्वारा की जाएगी। जहां तक सीबीआई जांच का सवाल है तो हम इस निर्णय का समर्थन करते है, साथ ही सीएम ने भी कहा है कि सरकार सीबीआई जांच के निर्णय को कोर्ट में चुनौती नहीं देगी तथा जांच में प्रशासरिक व पुलिस का पूरा सहयोग दिया जाएगा। अधिकारियों को केवल छुट्टी पर भेजने तथा कुछ अन्य कार्रवाई नहीं करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सरकार का अधिकार क्षेत्र है। क्या करना है व क्या नहीं करना है। इस पर उनका टिप्पणी देना सही नहीं है। एसपी की प्रैस वार्ता को लेकर रिकाॅर्ड की जांच होगी तथा प्रशासनिक व हर पहलु जांचने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सीबीआई इस मसले में जल्द ही चार्जशीट दाखिल करेगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस मामले में सच्चाई सामने आए, लेकिन कुछ मसले ऐसे होते हैं, जिसपर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि विमल नेगी के परिवार के सदस्यों को न्याय मिले। किन परिस्थितियों में उनकी मौत हुई, इसका सच सीबीआई जांच में सामने आएगा। उन्होंने कहा कि वह विमल नेगी के परिवार के साथ खड़े हैं।