शिमला, 20 दिसंबर
बुजुर्गों के मानवाधिकारों पर उमंग फाउंडेशन के वेबीनार में पेश किए गए आंकड़े चौंकाने वाले हैं। राष्ट्रीय स्तर पर और हिमाचल प्रदेश में भी बहुओं से ज्यादा बेटे बुजुर्ग माता-पिता के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। देशभर में एक चौथाई और प्रदेश में 20% बुजुर्ग दुर्व्यवहार का शिकार हैं।
आजादी के अमृत महोत्सव और हिमाचल की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष में उमंग फाउंडेशन के साप्ताहिक वेबिनारों की श्रृंखला में “बुजुर्गों के मानवाधिकार और उनके संरक्षण में युवाओं की भूमिका” पर कार्यक्रम हुआ। इसमें बुजुर्गों के लिए कार्यरत अंतरराष्ट्रीय संस्था हेल्प एज इंडिया के हिमाचल प्रदेश और लद्दाख के राज्य प्रमुख डॉ. राजेश कुमार विशेषज्ञ वक्ता थे।
कार्यक्रम के संयोजक और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र में पीएचडी स्कॉलर अभिषेक भागड़ा के अनुसार उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बुजुर्गों के मानवाधिकार संरक्षण में संस्था द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनकी याचिका पर हाईकोर्ट के फैसले से बसंतपुर के सरकारी वृद्धाश्रम में नर्क से बदतर जीवन जी रहे बुजुर्गों के मानवाधिकार संरक्षित हुए। यही नहीं, सरकार को अत्याधुनिक नया वृद्ध आश्रम बनाना पड़ा।