कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच अब महंगाई ने भी लोगों को झटका दे दिया है। दालों के बाद सरसों तेल और रिफाइंड के रेट भी बढ़ गए हैं। नई सप्लाई मिलने के बाद राजधानी शिमला में बढ़े हुए रेट लागू हो गए हैं। कारोबारियों के मुताबिक सरसों तेल और रिफाइंड के दामों में एक हफ्ते में तेजी आई है। शहर में इनकी सप्लाई सामान्य चल रही है।
कारोबारियों के पास इसका पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। होलसेल में 90 से 95 रुपये प्रति लीटर बिकने वाले रिफाइंड के रेट 100 रुपये के पार चले गए हैं। रिटेल दुकानदार 110 से 120 रुपये में इसकी बिक्री कर रहे हैं। इसी तरह सरसों तेल के रेट में भी पांच से दस रुपये का इजाफा हुआ है। ए ग्रेड वाले पी मार्का तेल का होलसेल रेट 120 से बढ़कर 125 रुपये हो गया है। रिटेल में यही तेल 130 से 135 रुपये के बीच बेचा जा रहा है।
उपनगरों में कई दुकानदार तो इसे 140 रुपये में भी बेच रहे हैं। दूसरे ब्रैंड के तेल की कीमतों में भी पांच से दस रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। रिफाइंड और तेल हर घर से जुड़ा है। ऐसे में इसके रेट बढ़ने से सभी उपभोक्ताओं पर इसका असर पड़ेगा। लोगों को पहले से ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे। इसके अलावा ट्रक भाड़ा बढ़ने का असर भी खाद्य पदार्थों के दामों पर पड़ रहा है।
शिमला अनाज मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक श्रीधर ने कहा कि कर्फ्यू के बाद से सरसों तेल और रिफाइंड के रेट बढ़े हैं। दूसरे राज्यों से शिमला को जो सप्लाई आ रही है, वह बढ़े हुए रेट पर आ रही है। हालांकि इसकी सप्लाई अब सामान्य है। इससे पहले दालों के दामों में भी पांच से दस रुपये तक का इजाफा हो चुका है।