चंबा, 26 जनवरी
चम्बा जिला निवासी ललिता वकील को सर्वोच्च पुरस्कार पद्मश्री से पुरस्कृत किया जाएगा। चंबा रुमाल को बुलंदियों तक पहुंचाने पर यह उपलब्धि मिली है। कला के क्षेत्र में 50 वर्षों की मेहनत के बल पर उन्हें ये सर्वोच्च पुरस्कार मिलने की घोषणा हुई है।
इससे पहले तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार ललिता को मिल चुका है। उन्हें 2018 में नारी शक्ति से भी नवाजा गया है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार ( द्वारा महिला दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। चंबा रूमाल की गुरु ललिता वकील जिला की अकेली महिला है, जिन्हें तीसरी मर्तबा भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया है।
उल्लेखनीय है कि शहर के चोंतडा मोहल्ला निवासी ललिता वकील पत्नी एमएस वकील को चंबा रुमाल में महारत हासिल है। ललिता वकील को 1993 में राष्ट्रीय पुरस्कार तत्कालीन राष्ट्रपति शंकरदयाल शर्मा से सम्मानित किया गया व 2012 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा शिल्प गुरु सम्मान से सम्मानित किया गया।
ये सम्मान पाने वाली ललिता वकील इकलौती हिमाचली हस्तशिल्पी हैं। 2017 में महिला एवं बाल विकास विभाग के सौजन्य से मेनका गांधी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय क्राफ्ट अवार्ड से महिला गुरु के तौर पर प्रदान किया गया। उनकी बहू को भी राष्ट्रीय सम्मान से गत वर्ष नवाजा गया है। यह जिला व प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है।