अधिकारी हो या कर्मचारी, जनता हो या जन नेता- किसी को भी कोई समस्या हो तो उसके समाधान का एक ही नाम जयराम ठाकुर
23फरवरी, चम्बा
सबका साथ, सबका विकास के नारे को आगे बढ़ाते हुए जयराम ठाकुर ने सामान्य वर्ग की ओर से उठी मांग पूरी कर दी है।
हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितयां ऐसी हैं जहां हर जाति, समुदाय और वर्ग के लोगों को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है। चाहे वे बर्फीले पहाड़ हों या सूखे बीहड़ों जैसे चंगर।
आर्थिक रूप से कमजोर या पिछड़े सामान्य वर्ग के लोगों की कई दशकों से मांग थी कि उनके लिए भी अन्य आयोगं की तर्ज पर एक आयोग बनाया जाए जो उनके हितों की रक्षा की दिशा में काम करे।
पिछली सरकारें इस मसले की अनदेखी करती रहीं मगर सरकार बनने के बाद ही सीएम जयराम ने स्पष्ट कर दिया था कि वह हर हिमाचली के लिए काम करेंगे, हर क्षेत्र, हर वर्ग का बराबर ख्याल रखेंगे।
सीएम सैद्धांतिक रूप से शुरू से ही सामान्य वर्ग की जरूरतों और समस्याओं के लिए सामान्य वर्ग बनाने के पक्ष में थे। लेकिन उनका स्पष्ट कहना था कि ऐसे किसी आयोग का गठन समाज के ताने बाने के बिखरने की शर्त पर नहीं हो सकता। जब धर्मशाला में सीएम ने सामान्य वर्ग आयोग बनाने का वादा किया था, तब भी उन्होंने यही बात दोहराई थी कि वह संवैधानिक दायरे के तहत सभी नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज उन्होंने कर्मचारी नेताओं को भी दो टूक कहा कि आंदोलन करके जनता के काम में बाधा डालेंगे तो कोई मांग नहीं मानी जाएगी। उन्होंने कहा कि शालीन ढंग से अपनी बात रखेंगे तो जरूर बात सुनी जाएगी। उनकी इसी बात का उदाहरण आज भी देखने को मिला।
आज बजट सत्र के पहले ही दिन सरकार ने आयोग बनाने की अधिसूचना जारी कर दी है। जयराम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह शोर मचाने की बजाय चुपचाप काम करना पसंद करते हैं।
*अन्य आयोगों की तरह काम करेगा सामान्य वर्ग आयोग*
सामान्य वर्ग आयोग भी अन्य वर्गों के लिए पहले से चल रहे आयोगों की तरह की काम करेगा। जैसे कि महिला आयोग, अनुसूचित जाति आयोग, अनुसूचित जनजाति आयोग। सामान्य वर्ग की ओर से उठाई जा रही मांग पर आज अंतिम मुहर लग चुकी है।
सामान्य वर्ग आयोग में अध्यक्ष और दो सदस्य सरकार की ओर से मनोनीत किए जाएंगे। इसके अलावा एक अधिकारी को भी बतौर सदस्य सचिव मनोनीत किया जाएगा।
*हर वर्ग के लिए जयराम ठाकुर ने किए काम*
आम लोगों के लिए फ्री इलाज की बात हो, गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को हर महीने 3 हजार रुपये आर्थिक मदद देने की बात हो, बुजुर्गों के लिए पेंशन की उम्र 80 से घटाकर 70 करने की बात हो, महिलाओं को 65 की उम्र से बिना पेंशन की बात हो या गरीबों को फ्री बिजली की हर वर्ग के लिए हर वर्ग के लिए जयराम ठाकुर काम कर रहे हैं।