मजदूरों के घर बेटी पैदा होने पर कन्या के नाम 51 हज़ार रुपए की एफडी करवाई जाएगी. राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड की 30 जून को हुई बैठक में इसका निर्णय लिया गया है. एफडी की राशि लड़की के 18 वर्ष पूरे होने पर जारी की जाएगी.
श्रमिक कल्याण बोर्ड की बैठक में मजदूरों के हित में और भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. जोकि मजदूर, उनके बच्चों की पढाई और उनकी विधवा के हित में हैं. प्रदेश के लाखों मजदूर जिससे लाभान्वित होंगे. सभी जानकारियां निम्न हैं:
- लड़के और लड़कियों को एक समान छात्रवृत्ति मिलेगी जो वर्तमान में लड़कियों को ज़्यादा और लड़कों को कम मिलती थी।
- अब पहली से आठवीं कक्षा तक 8400 रुपए वार्षिक, नौंवीं से दस जमा दो के लिए 12 हज़ार रुपए, ग्रेजुएशन और आईटीआई के लिए 36 हजार रुपए, पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए 48 हज़ार रुपए, तीन साल के डिप्लोमा कोर्स के लिए 60 हज़ार रुपए, व्यावसायिक कोर्स के लिए एक लाख 20 हज़ार रुपए सालाना मिलेंगे।
- होस्टल फीस के लिए 20 हज़ार रुपए सालाना दिए जाएंगे।
- दिव्यांग बच्चों की परवरिश के लिए 20 हज़ार रुपए सालाना दिए जाएंगे।
- पंजीकृत मज़दूर के घर बेटी का जन्म होने पर 51 हज़ार रुपए एफडी के रूप में मिलेंगे जो बेटी के 18 साल की होने के समय जारी होगी।
- विधवा महिला मज़दूरों को 15 सौ रुपए मासिक पेंशन शुरू करने का भी निर्णय लिया है।
- इसके अलावा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के लिए चयनित अभ्यर्थियों को डेढ़ लाख रुपए बोर्ड से अतिरिक्त रूप में मिलेंगे।
- अब बोर्ड से मिलने वाले लाभों के लिए दो माह की शर्त भी समाप्त कर दी गई है और अब पंजीकरण के दिन से ही मज़दूर सभी लाभों के लिए पात्र हो जाएंगे।