19 जनवरी शिमला
देश के किसानों को आठ माह तक आलू भंडारण में अब दिक्कत नहीं आएगी। केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (सीपीआरआई) के वैज्ञानिकों ने खाद्य तेलों से छिड़काव की नई कारगर विधि ईजाद कर ली है। अब आलू में आठ माह तक अंकुर नहीं आएंगे और न ही आलू का स्वाद बिगड़ेगा। संस्थान ने इस विधि का पेटेंट कराने को आवेदन भी कर लिया है। वैज्ञानिक स्प्रे को लेकर कई अन्य पहलुओं का अध्ययन करे रहे हैं। इसके बाद यह नई विधि आलू उत्पादकों के लिए उपलब्ध कर दी जाएगी।
अभी तक आलू भंडारण के लिए उपयोग में लाए जा रहे पुराने स्प्रे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक माने गए हैं। विश्व के कई देशों ने पुरानी विधि से आलू भंडारण के लिए छिड़काव पर प्रतिबंध लगाया है। इस कारण से सीपीआरआई के वैज्ञानिकों ने आलू को अधिक समय तक भंडारण के लिए स्वास्थ्य के दृष्टिगत नई विधि से स्प्रे तैयार किए हैं। संस्थान के वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी तक 40 दिन तक आलू को सही तरीके से भंडारित किया जा सकता था। नई विधि से सिर्फ एक बार ही स्प्रे करके भोज्य (खाने योग्य) और बीज आलू को आठ माह तक कोल्ड स्टोर में सुरक्षित रखा जा सकेगा।