तन्जिन वंगज्ञाल रुमबाह
लाहौल स्पीति
आज सुबह लोगों की आंख खुली तो लाहौल-स्पिति की वादियों में कुछ अलग नज़ारा आया।
बादलों की आगौश में सूरज की पहली किरणों से चमकीला यह बर्फबारी वादियां जिला लाहौल-स्पिति की हैं
जहां धीरे-धीरे सर्दियों ने दस्तक दै दी हैं। ठंड और बर्फ़ का नज़ारा किसी जन्नत से कम नज़र नहीं आ रहा , क्योंकि हरी भरी पहाड़ियों के बीच दैर रात बर्फ़ सफेद रुई की बौहों की तरह गिरती है और सुबह जब रौशनी पड़ती हैं तो यह बर्फ़ हीरै-मौती के जैसे चमकने लगती है।
ऊंचे-ऊंचे चोटियों के बीच में बसा यह मिट्टी के छोटे-छोटे मकान ऐसा शायद आपने फिल्मों में दैखा होगा। लेकिन यहहिमाचल प्रदेश के खूबसूरत वादियों की तस्वीरें हैं। एक तरफ जहां शहरों में प्रदूषित हवा और गर्मियों में पंखे चलाते हैं वहीं लाहौल-स्पिति के ऊंचे चोटियों में सदा सफैद बर्फ़ की चादर ओढ़ी रहती हैं। वहीं तापमान में गिरावट आई है वहीं लौगो ने सर्दी से बचने के लिए गर्म और ऊनी कपड़े एकत्रित कर के ओढ़ ली हैं।