बाहरी राज्यों के बसों के सभी रूट एक साथ बहाल नहीं होंगे। प्रदेश सरकार पंजाब, हरियाणा, हरिद्वार और दिल्ली जैसे लांग रूटों के लिए ऑन ट्रायल एक-एक बस चलाएगी। जैसे-जैसे सवारियां बढ़ती रहेंगी, बसों के रूट भी बहाल होंगे। अगले 10 दिन के भीतर सभी राज्यों से बसों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। परिवहन निगम के अनुसार खाली बसों को नहीं दौड़ाया जाएगा। सवारियों के हिसाब से बसें चलेंगी।
बाहरी राज्यों के लिए 60 और 50 फीसदी सीटों के साथ बसें शुरू होंगी। ऑर्डिनरी बसों में 60 और डीलक्स बसों में 50 फीसदी सवारियां बैठाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। ये बसें चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब के लिए भेजी जानी हैं। डीलक्स बसों में 40 सीटें होती हैं।
ऐसे में इन बसों में 20 सवारियां ही एक साथ सफर कर सकेंगी। ऑर्डिनरी बसों की 3 सीटर में 2 जबकि 2 में 1 ही सवारी बैठाई जाएगी। ऑर्डिनरी बसों की अंतिम सीट पर 3 से 4 सवारियां बैठ सकेंगी। इंटर स्टेट बस सर्विस शुरू करने की एसओपी के तहत बसों में बच्चों, वृद्धों, वरिष्ठ नागरिकों और बीमार यात्रियों के लिए 5 से 6 सीटें अरक्षित रहेंगी।