मंडी
हिमाचल में चाहे मंडी हो या शिमला के अस्पताल की बात की जाए,सब जगह मरीज राम के भरोसे चले है। ऐसा ही एक मामला मंडी से सामने आया है। बता दे मंडी सदर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के सचिव एन. के. पन्डित ने हिमाचल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल को पत्र लिखकर कहा कि स्वास्थ्य मंत्री मंडी जोनल सरकारी हॉस्पिटल में तो मरीज राम भरोसे हैं.
एक मरीज सोनिया शर्मा ने मीडिया को बताया कि उनको और उनके साथ 20-25 मरीजों को मंडी के सरकारी जोनल हॉस्पिटल में 10 दिन दाखिल रखा फिर ऑप्रेशन कि तारीख देकर ऑप्रेशन कि ड्रेस वर्दी पहनाई जब सुबह 10 बजे ऑप्रेशन होना था.
तो उनके साथ सभी मरीजों को कहा गया कि बेहोशी वाला डॉक्टर नहीं आया। इस लिए आप को सरकारी हॉस्पिटल से छुट्टी दी जाती है और मंडी हॉस्पिटल कि तरफ से यह तुगलकी फरमान सभी ऑप्रेशन वाले मरीजों को दिया गया जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है।
एन. के. पन्डित ने मंडी के सरकारी जोनल हॉस्पिटल का तुरन्त दौरा करके मरीजों से पूछा तो सभी मरीजों ने केवल बताया कि ये हॉस्पिटल तो राम भरोसे है और प्रदेश के स्वस्थ्य मंत्री तथा हिमाचल सरकार इस हॉस्पटल कि और ध्यान दे क्योंकि शिक्षा, सड़क और स्वास्थ्य सरकार कि प्राथमिकता होनी चाहिए.
पन्डित ने कहा कि जब इस मामले पर उन्होंने मंडी जोनल हॉस्पटल के कुछ डॉक्टर्स और नर्सों से बात कि तो उन्होंने कहा कि बेहोशी वाला डॉक्टर काफी समय से छुट्टी पर चल रहा है और तमाम दाखिल मरीजों ने कहा कि उक्त बेहोशी वाले डॉक्टर के ना आने से तमाम मरीज दर दर की ठोकरें खाकर प्राइवेट हॉस्पटल में पैसा खर्च कर रहे हैं और जिला के प्राइवेट हॉस्पिटल खूब चांदी कूट रहे हैं.
मरीजों ने दुखी मन से हॉस्पिटल प्रशासन पर गंभीर आरोप जड़ते हुए कहा की जब बेहोशी का डॉक्टर ही नहीं हैं. तो फिर हॉस्पिटल प्रशासन क्यों उनको 10 -12 दिन दाखिल करके ये तुगलकी फरमान जारी करता हैं. जिस से मरीजों और उनके घरवालों का कीमती समय खराब होता है.
मंडी सदर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के सचिव और तेज तर्रार कांग्रेसी नेता ने हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिख कर अपील की है कि स्वस्थ्य मन्त्री जी इस समस्या का तुरन्त हल करें और उस हॉस्पिटल में किसी दूसरे बेहोशी के डॉक्टर कि नियुक्ति करें.
जिस से मरीजों को राहत मिल सके. पन्डित ने कहा कि शिकायत करता मरीज मंडी शहर से तालुक रखने वाली मरीज सोनिया शर्मा ने दुखी मन से कहा कि जब इस हॉस्पिटल का प्रशासन खुद ही बीमार है. तो वो फिर हॉस्पिटल में दाखिल मरीजों का इलाज क्या करेंगे.
मंडी सदर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के सचिव एन. के. पन्डित ने प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, स्वास्थ्य मंत्री से इस मुद्दे पर पत्र लिखकर तुरन्त हल करने की जोरदार मांग की है और हॉस्पिटल प्रशासन, तमाम डॉक्टर्स, तमाम नर्सों को आदेश जारी करें.
हिमाचल सरकार कि वो मरीजों से ढंग से पेश आकर तमीज से पेश आएं।क्योंकि अधिकतर मरीजों का यही कहना है कि उक्त स्टाफ मरीजों से बदतमीजी से बात करते है जो उचित नहीं है।