शिमला,4अप्रैल
अधिसूचना के दो मास बीत जाने के बावजूद भी सेवानिवृत कर्मचारियों को छठे वेतन आयोग का लाभ नहीं मिल पाया है जिससे पैंशनजर में सरकार के प्रति नाराजगी देखने को मिल रही है । जुन्गा में आयोजित तहसील स्तरीय पैंशनरज संघ की बैठक करते हुए डाॅ0 कुलदीप तंवर ने कहा कि छठे वेतन आयोग को लागू करने को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा कर्मचारियों को उलझाया जा रहा है जोकि प्रदेश के इतिहास में पहली बार हुआ है। पैंशनरज की फिक्सेशन को लेकर दो महीनों कार्यालयों में फाइलें भी नहीं खुल पाई है । जो कर्मचारी वर्ष 2016 के उपरांत रिटायर हुंए है । उनकी किसी भी विभाग में अभी तक फिक्शेसन नहीं हुई है । उसके बाद पैंशन के पुननिर्धारण के लिए इन पैंशनरों का मामला महालेखाकार कार्यालय जाएगा। ऐसा प्रतीत होता है कि पैंशनरों को संशोधित पैंशन पाने के लिए करीब छः महीने इंतजार करना पड़ सकता है । जिसका असर आने वाले विधान सभा चुनाव पर पड़ सकता है । इसके अतिरिक्त पैंशनरज ने सरकार से मांग की है कि 65, 70 और 75 वर्ष की आयु पूरी होने पर पैंशन पर मिलने वाले पांच प्रतिशत भत्ते को बेसिक पैंशन में जोड़ा जाए ताकि इसका लाभ पैंशनरज को मिल सके । उन्होने सरकार से पैंशनरज की मांगों को समयबद्ध निपटाने का आग्रह किया है ।
बैठक में जुन्गा अस्पताल में बेहतर सुविधाएं न होने बारे मामला भी काफी गूंजा। पैंशनरज का कहना है कि वरिष्ठ नागरिक को स्वास्थ्य सेवाओं की नितांत आवश्यकता रहती है । पैंशनरज द्वारा सरकार से मांग की गई है कि जुन्गा अस्पताल मेें मेडिसन विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, सर्जन और हडडी विशेषज्ञ के पद के अतिरिक्त लैब टेकनिश्यन के पद को भरा जाए ताकि जुन्गा क्षेत्र के सभी लोगों और विशेषकर वरिष्ठ नागरिकोें को बुढापे में बेहतरीन चिकित्सा सेवाएं मिल सके । डाॅ0 तंवर ने बताया कि जुन्गा तहसील पैंशनरज ऐसोशियसन का विस्तार किया जाएगा । बैठक में सेवानिवृत कर्मचारी जोगिन्द्र सिंह, विजय सूद, प्रकाश चंद, विजय कृष्ण,रामसरन, लक्ष्मीराम, मेघ राम, परस राम सहित संघ के सभी पदाधिकारियों ने भाग लिया ।