टीका लेने के बाद भी लोग संक्रमित हो रहे हैं। इसके लिए वायरस के डेल्टा वैरिएंट को जिम्मेदार माना जा रहा है। अब दो अलग-अलग अध्ययन सामने आए हैं जिनके अनुसार कोवाक्सिन में सभी, कोविशील्ड लेने के बाद संक्रमित हुए 80 फीसदी में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हुई है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और ओडिशा स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेजके चिकित्सीय अध्ययनों में पुष्टि हुई है कि डेल्टा वैरिएंट वैक्सीन लेने वालों को भी संक्रमित कर सकता है लेकिन मौत की आशंका बेहद कम है। अस्पताल में भर्ती होने की संभावना भी कम होती है। आईएलएस का अध्ययन मेडिकल जर्नल मेडरेक्सिव में प्रकाशित हुआ है।