मरीज़ों को पीठ पर उठाकर सड़क तक पहुंचाने के लिए है मजबूर,गांव से 5 किमी दूर स्वास्थ्य केंद्र गुशैणी में कोई डॉक्टर नहीं
हिमाचल प्रदेश के कई गांव आज भी सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित हैं। कुल्लू में भी ऐसे कई गांव हैं। बुधवार को तीर्थन घाटी की पेखड़ी पंचायत के गांव नांही में बीमार चल रही महिला को सड़क सुविधा न होने से महिला को कुर्सी पर बैठाकर परिजनों और ग्रामीणों को चार किमी पैदल चलना पड़ा और पेखड़ी मुख्य सड़क तक पहुंचना पड़ा ।
जानकारी के मुताबिक 72 वर्षीय रामदेही पत्नी बुध राम का बीते दिनों आईजीएमसी शिमला में ऑपरेशन हुआ है और अभी टांके भी नहीं खुले हैं तो टांके खोलने के लिए महिला को मजबूरन कुर्सी पर बिठाकर मुख्य सड़क तक लाया गया । गांव और आसपास के इलाकों में किसी तरह की स्वास्थ्य सुविधा नहीं है।
ग्रामीण लोभू राम, दुर्गा दास, दिले राम, गोपाल चंद, इंद्र सिंह शलाठ, घनश्याम, संजय कुमार और रमेश का कहना है कि सड़क के अभाव में बीमार लोगों को इसी तरह कुर्सी या चारपाई पर उठाकर अस्पताल ले जाना पड़ता है। गांव में डिस्पेंसरी तक नहीं है। लोगों को सर्दी और जुकाम की दवा लेने के लिए भी पांच किलोमीटर का पैदल सफर कर गुशैणी पहुंचना पड़ता है।
ग्रामीणों का कहना है कि ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के विश्व धरोहर बनने से पार्क क्षेत्र से उनके हक छीन लिए गए। पार्क प्रबंधन ने प्रभावित क्षेत्र के लोगों की समस्याओं के लिए कुछ नहीं किया। स्वास्थ्य सुविधा के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को लोग मजबूर हैं। लोगों ने सरकार से सड़क के साथ स्वास्थ्य केंद्र खोलने की मांग की है। क्योंकि पांच किलोमीटर दूर बने गुशेनी में स्वास्थ्य केंद्र भी एक कंपाउंडर के हवाले है और कोई डॉक्टर नहीं है ,ऐसे में लोगों की दिक्कतें और भी बढ़ जाती है ।
नगलाड़ी नाला से नाहीं-घाट-लाकचा तक सड़क प्रस्तावित है। सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है लेकिन अभी तक करीब एक किमी सड़क निर्माण कार्य किया गया है।
पेखड़ी पंचायत के कई गांवों के सड़क के अभाव से लोगों को मीलों तक पैदल चलना पड़ता है। लोगों को खाने-पीने के सामान को भी पीठ पर उठाकर अपने घर पहुंचाना पड़ता है। इस क्षेत्र से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को पांचवीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए पांच किमी दूर गुशैणी जाना पड़ता है।
वहीं,बंजार विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेंद्र शौरी का कहना है कि कई गांव जो अभी सड़क सुविधा से नहीं जुड़े हैं उन मामलों को सरकार के समक्ष रखा है । उन्होंने कहा कि जल्द ही ऐसे गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ दिया जाएगा ।