शिमला
20 मई 2022
बहुचर्चित पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में सरकार की लेटलतीफी और लचर कार्यप्रणाली पर आम आदमी पार्टी ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने सरकार पर निशाना साधते हुए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि करीब 20 दिनों से सिर्फ पेपर खरीदने वाले अभ्यर्थियों और उनके परिजनों को गिरफ्तार कर असली मास्टरमाइंड को पकड़ने में कामयाबी नहीं मिल पाई है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि सरकार पेपर लीक मामले पर गम्भीर क्यों नहीं है। जहां छोटे लोगों पर कार्रवाई कर बड़ी मछली को पकड़ने से कतरा रही है। क्या इस पेपर लीक मामले में संलिप्त बड़े नेताओं और अधिकारियों को बचाने के लिए पर्दा डालने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इतना बड़ा पेपर लीक मामला हुआ है लेकिन पुलिस के मुखिया छुट्टी पर चले जाते हैं उससे और ज्यादा संदेह पैदा होता है कि कहीं डीजीपी भी पेपर लीक मामले में संलिप्त तो नहीं है आखिर ऐसा क्या कारण था इतने बड़े मामले के बीच पुलिस के मुखिया जांच के बजाय छुट्टी पर चले गए इस पर सरकार स्पष्ट कर और साथ ही पुलिस की लेटलतीफी और मामले पर संजीदगी न दिखाने पर पुलिस के मुखिया को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।
गौरव शर्मा ने बताया कि पेपर लीक मामले में हमें जानकारी मिली है कि पेपर लीक मामले में 2000 से ज्यादा लोगों को पेपर बेचा गया है जिसे 5 से 8 लाख रुपए में बेचा गया है। पेपर लीक मामले में करीब 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का लेनदेन हुआ है। इस लेनदेन में भाजपा सरकार के नेता से लेकर उच्च पहुंच वाले अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। ऐसे में इस मामले की निष्पक्ष सीबीआई जांच करवाई जाए ताकि दूध का दूध पानी का पानी सामने आए।
उन्होंने कहा कि अब तक इस मामले में पुलिस ने भर्ती प्रक्रिया के चेयरमैन को हटाया है और प्रदेश सचिवालय के गृह विभाग से कर्मचारी समेत 80 लोगों से पूछताछ की है लेकिन असली मास्टरमाइंड जांच एजेंसी के हाथ नहीं लगा है। ऐसे में आम आदमी पार्टी सरकार से मांग करती है कि इस मामले में संलिप्त बड़े अधिकारियों और नेताओं के नाम उजागर किए जाएं और दोषियों को पकड़कर सलाखों के पीछे डाले जाएं। उन्होंने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर ने दो दिन पहले इस मामले की सीबीआई जांच करने की बात कह रहे थे लेकिन अभी तक इस मामले की जांच सीबीआई को नहीं सौंपी है। ऐसे में जो सरकार निष्पक्ष जांच की बात कर रही है उसकी कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में हैं। आम आदमी पार्टी सरकार से साफ और स्पष्ट मांग करती है एक तो इस मामले में पुलिस मुखिया को तुरंत बर्खास्त करे और दूसरा इस मामले की जांच तुरंत सीबीआई को सौंपी जाए।