बद्दी-बरोटीबाला-नालागढ़ और फार्मा एसोसिएशन की तरफ से सोशल मीडिया में वायरल फर्जी पत्र को प्रधानमंत्री कार्यालय भी भेजा गया है। इस वायरल पत्र को लेकर जिला पुलिस गंभीरता से जांच पड़ताल में जुटी है। पुलिस सुनियोजित तरीके से साजिश रचने वालों का पता लगा रही है। यह फर्जी पत्र किसने सर्कुलेट किया और किस-किस माध्यम से प्रसारित किया जा रहा है। इसका भी पता लगाया जा रहा है।
Demo pic
चूंकि इस वायरल पत्र में अधिकारी के खिलाफ गंभीर आरोप तो लगाए ही गए है। साथ में उनके परिवार पर कुछ झूठे आरोप भी लगाए गए हैं। शिमला में तैनात एक अधिकारी के खिलाफ वायरल किए गए पत्र में बाकायदा फर्जी हस्ताक्षर भी किए गए हैं।
दरअसल अधिकारी ने उनके खिलाफ जारी फर्जी पत्र को लेकर सदर पुलिस स्टेशन में एफआईआर करवाई है। अधिकारी की तरफ से सदर पुलिस स्टेशन में दी गई शिकायत में कहा गया है कि बीबीएन फार्मा व ड्रग एसोसिएशन के नाम से एक जाली व मनगढ़ंत पत्र सर्कुलेट किया जा रहा है। इस पत्र में अपमानजनक झूठे व निराधार आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने शिकायत में कहा है कि यह पत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ पर्मा एंड ड्रग एसोसिएशन की ओर से जारी नहीं किया गया है।
इस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने ऐसे पत्र के जारी करने की बात से इंकार किया है। उन्होंने कहा है कि यह पत्र कुछ निहित स्वार्थी लोगों द्वारा जारी किया गया है जिससे उनकी और उनके परिवार की छवि खराब हो रही है।
बता दें कि प्रदेश सरकार के एक मंत्री और एक महिला नेता के खिलाफ इससे पहले भी फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिस पर साइबर पुलिस शिमला ने एफआईआर दर्ज की है। पिछले वर्ष कोरोना के प्रकोप के बीच स्वास्थ्य विभाग में घोटाले को लेकर भी एक फर्जी गुमनाम पत्र वायरल हुआ था। सरकार को बदनाम करने के लिए पहले भी इस तरह के फर्जी पत्र जारी हुए, लेकिन इसे लिखने वाले का पता नहीं चल सका।