शिमला 17 मई
मशोबरा के सीपुर मेले में बीते दिनों मुख्यमंत्री द्वारा कसुपंटी विस के विधायक बारे की गई टिप्पणी पर सियासी घमासान मच गया है । बता दें कि सीएम ने अपने संबोधन कहा था कि कसुपंटी के विधायक उनके पास क्षेत्र के विकास बारे कभी नहीं आते जिससे प्रतीत होता है कि कसुंपटी में विकास की जरूरत नहीं है।
सीएम के इस बयान पर भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र भोटका ने बताया कि बीते 20 वर्षों से कुसंपटी विस में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व है । यदि कांग्रेस ने कार्य किया होता तो कुसंपटी निर्वाचन क्षेत्र विकास का माॅडल बन सकता था । इनका आरोप है कि कांग्रेस पार्टी ने कसुंपटी क्षेत्र की भोलीभाली जनता को झूठे सब्जबाग दिखाए हैं जिसे लोग भलीभांति से जान चुके है और इसका जबाव लोगा आने वाले विधानसभा चुनाव मेें देगें ।
दूसरी ओर किसान सभा के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ0 कुलदीप तंवर द्वारा जारी बयान में बताया कि कसुपंटी निर्वाचन क्षेत्र विकास की दृष्टि से प्रदेश में सबसे पिछड़ा क्षेत्र है । उन्होने हैरानी प्रकट करते हुए कहा कि कसुंपटी विस में करीब 200 सड़कें एफसीए की मंजूरी न मिलने के कारण अधूरी पड़ी है जबकि ठियोग के माकपा विधायक द्वारा अपने कार्यकाल में 117 एफसीए केस क्लीयर करवाए हैं । बताया कि स्वास्थ्य क्षेत्र की यह स्थिति है कि कसुंपटी विस के किसी भी स्वास्थ्य संस्थान में 108 एंबुलेंस सुविधा नहीं है । यही नहीं स्टाफ की कमी के चलते किसी भी अस्पताल में फ्री लैब टेस्ट नहीं हैं जिसके चलते लोगों को सरकार की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है । सड़कों की हालत बहुत दयनीय है। कुसंपटी विस का एक मात्र डिग्री काॅलेज कोटी बीते आठ वर्षों से प्रायमरी स्कूल के भवन में चल रहा है । आलम यह है कि क्षेत्र के किसी भी स्कूल में सुविधाओं के अभाव में साईंस विषय नहीं पढाया जाता है ।
कसुंपटी कांग्रेस मंडल के अध्यक्ष रामकृष्ण शांडिल ने सीएम के साथ विधायक का फोटो जारी करते हुए कहा कि शायद सीएम की यादाश्त कम हो गई है