हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ सहित प्रदेश के अधिकतर जिला की यूनियन ने कहा है कि अब प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर बस चलाने की स्थिति में नहीं है। यहां पर जारी एक संयुक्त बयान में हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पारशर, प्रदेश महासचिव रमेश कमल, उप प्रधान वीरेंद्र गुलेरिया, विजय ठाकुर, जितेंद्र ठाकुर, संयुक्त सचिव अखिल शर्मा, विनिया अमीन, मनु शर्मा, रवि दत्त शर्मा, भारत भूषण, चंदन करीर, जरम सिंह, संदीप शर्मा, कुलबीर सिंह, विधि सचिव दिनेश सैनी, प्रवक्ता मनोज राणा, जिला कांगड़ा वेलफेयर सोसायटी के प्रधान रवि दत्त शर्मा, उप प्रधान वीरेंद्र मनकोटिया, संजय भाटिया, मुन्ना वालिया, दुर्गा सिंह, अनिल कुमार, हमीरपुर के राजकुमार, मंडी की सुरेश ठाकुर, सिरमौर से मामराज शर्मा, चंबा से रवि महाजन, बिलासपुर के प्रधान राजेश पटियाल एवं महासचिव राहुल चौहान, ऊना पवन ठाकुर, रामपुर के हरमीद्र शर्मा, रजनीश काल्टा, सरकाघाट से भीम सिंह रांगड़ा, सोलन के प्रधान जॉनी मेहता ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश के निजी बस ऑपरेटरो ने सरकार के निर्देशानुसार बसे चलाने का फैसला किया था।
लेकिन कुछ ऑपरेटरों की बसें अभी तक भी नहीं चल रही है तथा मात्र 40% बसें सड़कों पर दौड़ रही है 60% बसों के न चलने का कारण सवारिया ना होना तथा डीजल एवं अन्य चीजों में लगातार बढ़ रही महंगाई है। इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा टैक्स माफ़ी पर कोई फैसला ना किए जाने के कारण निजी बस ऑपरेटर परेशान है, निकट भविष्य में यदि टैक्स माफ किया जाता है तभी हिमाचल प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर अपने आप को बस चलाने के लिए थोड़ा सा सक्षम महसूस करेंगे। उन्होंने कहा है कि हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ ने प्रदेश के सभी निजी बस ऑपरेटरो से विचार-विमर्श करके कई बार अपने मांग पत्र में 31 मार्च 2021 तक टैक्स माफी करने की मांग की है लेकिन सरकार द्वारा अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। हिमाचल प्रदेश में परिवहन सुविधा देने के लिए निजी बस ऑपरेटरों का महत्वपूर्ण योगदान है और प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर अपने व्यवसाय को सुचारू रूप से चलाने के लिए तथा जनता को सुविधा देने के लिए लगातार प्रयास प्रयासरत रहते हैं। लेकिन अब स्थिति यह है कि हिमाचल प्रदेश का निजी बस ऑपरेटर जहां बैंक का लगातार होता जा रहा है वही अपने घर की रोजी रोटी बचाना भी बहुत मुश्किल हो गया है। हिमाचल प्रदेश में दूसरी तरफ परिवहन सेवा दे रहा है हिमाचल पथ परिवहन निगम कोरोना काल के दौरान ₹272 करोड़ रूपये के घाटे से जूझ रहा है, जिसकी पुष्टि स्वयं परिवहन मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने की है। उन्होंने कहाँ कि हिमाचल प्रदेश के निजी बस ऑपरेटरो को पूर्ण विश्वास है कि प्रदेश सरकार निजी बस ऑपरेटरों के हित में आने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में अवश्य ही टैक्स माफी पर विचार विमर्श करेगी।
इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ ने सभी निजी बस ऑपरेटर से विचार-विमर्श करके यह फैसला लिया है कि हिमाचल प्रदेश के निजी बस ऑपरेटरों का 20 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर एवं परिवहन मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर से मिलेगा तथा अपनी समस्याओं से उन से अवगत करवाएगा। उन्होंने सरकार द्वारा घोषित किए गए वर्किंग कैपिटल की राशि को शीघ्र जारी करने की अपील भी।