• सुक्खू जी रोना धोना बंद करो, काम पर ध्यान दो
• जयराम सरकार ने कोविद के समय भी प्रदेश में कमी नहीं आने दी थी, तब को प्रदेश की आमदनी भी बंद थी
शिमला, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक बलबीर वर्मा और विवेक शर्मा ने कहा की शुक्र है की कांग्रेस का कोई बड़ा नेता हिमाचल की सुध लेने तो आए।
उन्होंने कहा की भारी बरसात से हिमाचल प्रदेश में बड़ा नुकसान हुआ है चलो 2 महीने बाद कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी को समय तो मिला की वह हिमाचल आए, इसके लिए उनका धन्यवाद। पर लगता है कि अभी तक कांग्रेस पार्टी के नेता सनातन धर्म पर हमला करने में व्यस्त थे इसलिए उनको समय नहीं मिला।
उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी ने सत्ता पाने के लिए अनेकों घोषणा की, आज समय है उन घोषणाओं को पूरा करें। हिमाचल प्रदेश में 22 लाख बहाने 1500 रुपए प्रति महीना की गारंटी का इंतजार कर रही है, हजारों बहनों के तो इस आपदा में घर टूट गए अगर 1500 के हिसाब से 13500 रु सरकार उनको दे चुकी होती तो आज कम से कम वह एक छत तो डाल लेती। कांग्रेस पार्टी ने चुनावों से समय गारंटी दी थी की पहली कैबिनेट में 5 लाख बेरोजगारों को नौकरियां देंगे पर यह पूरा नहीं हुआ, उल्टा इन्होंने युवाओं को नौकरियां से निकलने का कार्यक्रम चला दिया और नौकरी देने वाला संस्थान हमीरपुर चयन आयोग को भी बंद कर दिया। आने वाले समय में भी नौकरियों की कोई आस दिखाई नहीं दे रही। पहले कांग्रेस पार्टी गारंटी पूरी करने की बात करें बाकी बातें बाद में करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को वर्तमान सरकार को निर्देश देनी चाहिए थी की सारी सड़के बहाल किया जाए जिससे प्रदेश की जनता को बड़ा लाभ होता।
उत्पादकों के हितैषी कैसे हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने करोना जैसी महामारी का सामना किया और उसे समय प्रदेश की सारी आमदनी रुक गई थी तब भी भाजपा सरकार ने रोना नहीं रोया। मुख्यमंत्री सुखविंदर जी आप भी इस घड़ी में रोना मत रो कम करो।
आज से पहले हमेशा नुकसान के समय केंद्र सरकार द्वारा केवल 7% राशि प्रदान की गई थी और वह भी दिसंबर में मिलती थी। पर वर्तमान केंद्र सरकार ने तो प्रदेश को एडवांस में राशि प्रदान कर दी है और वह भी हजार करोड़ से ज्यादा। कांग्रेस के नेताओं को यह सच भी देखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार लोन पर लोन ले रही है, कुछ लोन आपदा से लड़ने को भी ले लेते जो जनता के लिए राहत होती। केवल अपने खर्चे पूरे करने को यह सरकार लोन ले रही है।