मंडी
मंडी जिला के द्रंग विधानसभा क्षेत्र की टकोली पंचायत के लोगों को अपनी ही पंचायत में आने-जाने के लिए टोल टैक्स अदा करना पड़ेगा। जिसके विरोध में पंचायतवासी पिछले 70 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं। कीरतपुऱ-मनाली फारेलेन के किनारे स्थित टकोली पंचायत के बीचों बीच एनएचएआई ने यह कहकर टोल प्लाजा बना दिया कि पंचायत को में टोल मुक्त रखा जाएगा। लेकिन अब एनएचआई पंचायत को टोल मुक्त करने में आनाकानी कर रहा है।
विरोध स्वरूप अब पंचायत वासियों ने टोल प्लाजा के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। धरना प्रदर्शन को 70 दिन बीत चुके हैं। लेकिन एनएचआई पंचायत वासियों की सुनने को तैयार नहीं है। मीडिया से रूबरू होते हुए युवा संघ टकोली के अध्यक्ष प्रेम चंद ने बताया कि ग्राम पंचायत टकोली के निवासी काफी समय से अपनी पंचायत को टोल फ्री को लेकर हृ॥्रढ्ढ और प्रशासन को ज्ञापन सौंप रहे है। मगर इस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि टोल मुक्त करवाने के लिए स्थानीय पंचायत के लोग दिन रात टोल प्लाजा के सामाने धरने पर बैठे है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन तथा एनएचएआई के अधिकारी गांव की इस समस्या का समाधान करने के लिए धरना स्थल पर अभी तक नहीं पहुंचे हैं, जिससे समस्त गांववासियों में जिला प्रशासन और एनएचएआई के विरूद्ध काफी रोष है। उन्होंने कहा कि एनएचएआई के द्वारा स्थापित टोल प्लाजा पंचायत के मध्य भाग में स्थापित किया गया है। जिससे पंचायत दो भागों में बार्डर की तरह बंट गई है। उन्होंने कहा कि अपने ही गांव के एक भाग से दुसरे भाग में जाने के लिए टोल पर कीमत चुकानी पड़ेगी। ग्रामवासियों के घर टोल प्लाजा के एक तरफ है और जमीन दुसरी दिशा में है। इसके अलावा टकोली पंचायत के एक भाग में हॉस्पिटल, विद्युत विभाग का कार्यालय, स्कूल, पटवार भवन व बैंक है। वहीं दुसरे भाग की तरफ एस.डी.एम. कार्यालय, तहसीलदार कार्यालय, कॉलेज, सब्जी मंडी हैं। पंचायत का अधिकतर क्षेत्र कृषि पर निर्भर है और कृषि ही आय का मुख्य स्रोत है।
यदि गांव के किसानों पर टोल का बोझ पड़ेगा, तो पंचायत के लोग इस बोझ को उठाने में असमर्थ हैं। युवा संघ टकोली के अध्यक्ष प्रेम चंद का कहना है कि युवा संघ टकोली का एक प्रतिनिधि मंडल जिला उपायुक्त अरिंदम चौधरी से मिला और उनकी पंचायत को एनएचएआई से टोल मुक्त करवाने के लिए ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि उपायुक्त ने स्थानीय पंचायत वासियों की समस्या के समाधान का उन्हें आश्वासन दिया है। वहीं पर स्थनीय पंचायत प्रधान सुंदर ठाकुर, पूर्व उप प्रधान नारायण ठाकुर, वार्ड पंच रामचंद्र, पंचायत वासियों श्यम लाल, बसंत लाल,दीनानाथ शर्मा और आशीष ठाकुर आदि का कहना है कि जब तक उनकी पंचायत को टोल मुक्त नहीं किया जाता है तो उनका विरोध जारी रहेगा।