ऊना, 22जनवरी
लोक निर्माण विभाग के ऊना स्थित विद्युत मंडल के अधिशासी कार्यालय में करीब 19 लाख रुपए की हेराफेरी का मामला सामने आया।
स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो की जिला टीम ने इसी कार्यालय के एक कनिष्ट सहायक के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
वहीं इस मामले की जांच में विभाग के ही कुछ पूर्व अधिशासी अभियंता पर भी विजिलेंस द्वारा विभागीय कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है। स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के डीएसपी अनिल मेहता ने मामले की जानकारी साझा करते हुए बताया कि पीडब्ल्यूडी के इलेक्ट्रिसिटी सर्कल के अधिशासी अभियंता मनीष भूप्पल ने विजिलेंस विभाग को दी शिकायत में बताया कि उनके कार्यालय में कार्यरत कनिष्ट सहायक राकेश सिंह ने वित्त वर्ष 2019-20 में अधिशासी अभियंताओं को गुमराह करते हुए अपने भविष्य निधि खाते में पैसे न होते हुए भी अग्रिम प्रत्याहरण (एडवांस विड्रॉल) करते हुए 6 निकासियों में करीब 19 लाख रुपए के सरकारी फंड की हेराफेरी करते हुए दुरुपयोग किया है।