26 February, Shimla
शिमला ग्रामीण की नगर पंचायत सुन्नी के अध्यक्ष के घर के सामने लगभग 200 मीटर दायरे में गुरुवार को सड़क जलाशय में तबदील हो गई है। गुरुवार को बारिश के साथ सुन्नी में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आलम यह रहा कि लगभग दो घंटे तक सड़क पर चलना तो दूर एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचने के लिए मुश्किलों का करना पड़ा। वहीं पैदल चलने के साथ वाहनों की आवाजाही भी कई घंटों तक प्रभावित रही। वर्षा का पानी लोगों के होटलों एवं दुकानों में घुस गया। यह मंजर अकसर बारिश के दिनों में देखने को मिलता है।
कई सालों से बारिश का पानी यहां इकठे होकर लोगों के लिए परेशानी बनता है। उक्त स्थल पर राज्य सहकारी बैंक, गैस एजेंसी, विद्युत मंडल के अलावा कई दुकानें एवं होटल हैं, जहां लोगों की आवाजाही रहती है। ऐसे में बारिश के दिनों में लोगों की आवाजाही मुश्किल हो जाती है। उक्त स्थल पर वर्षा का पानी लोकनिर्माण विश्राम गृह एवं थाना सुन्नी को जाने वाले पैदल मार्ग से बहने वाला पानी लोगों के जी का जंजाल बना हुआ है।
जल निकासी के कोई भी पुख्ता इंतजाम न किए जाने के कारण कई वर्षों से जल भराव हो रहा है। नगरवासियों का कहना है कि सड़कों पर पानी इक_ा होने से सड़कें खराब होने का अंदेशा जहां बना रहता है, वहीं लोगों के घरों एवं दुकानों में घुसकर नुकसान पहुंचाता है। विभाग द्वारा नालियों का निर्माण इसलिए किया जाता है, ताकि पानी सीधा नालियों में जाए। इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी जवाबदेही बनती है। वही इन मामले में नगर पंचायत प्रशासन एवं लोक निर्माण विभाग एक-दूसरे पर दोषारोपण कर रहा है। नगर पंचायत अध्यक्ष प्रदीप ने कहा कि विभाग को कई बार समस्या से अवगत करवाया गया है। वहीं लोक निर्माण उपमंडल सुन्नी के सहायक अभियंता चमन लाल, सुमन ने कहा कि पानी की निकासी के लिए निजी क्षेत्र की सहमति आवश्यक है, जिसके लिए नगर पंचायत से बात चल रही है।