शिमला 22 मई
शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थी डाकघरों में जीरो बैलेंस से अपने खाते खोल सकते हैं जिससे सरकार द्वारा विद्यार्थियों को विभिन्न योजनाओं के तहत दी जाने वाली राशि की आसानी से निकासी की जा सकती है । यह जानकारी अधीक्षक डाकघर मंडल सोलन संदीप धर्मानी ने वीरवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पीरन में डाक सामुदायिक विकास कार्यक्रम के तहत आयोजित शिविर में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए दी गई । उन्होने शिक्षकों से आग्रह किया कि स्कूल के सभी बच्चों को बैंक खाते डाकघर में खुलवाएं ताकि सरकार से मिलने वाली वजीफा, वर्दी इत्यादि के लिए राशि का लेनदेन डाकघर के माध्यम से हो । उन्होने स्कूली बच्चों के आधार कार्ड समय समय पर अपडेट करने बारे सलाह दी और बताया कि 15 वर्ष की आयु वर्ग तक आधार कार्ड निःशुल्क बनाए जाते हैं ।
संदीप धर्माणी ने कहा कि डाकघर की सुविधा ग्रामीण स्तर पर उपलब्ध होने से लोगों को डाकघर के माध्यम से बैंकिंग सेवाएं अब घरद्वार पर उपलब्ध हो रही है । उन्होने बताया कि डाकघर अपने उपभोक्ताओं को राष्ट्रीयकृत एवं अन्य बैंको की अपेक्षा में सबसे ज्यादा जमापूंजी पर ब्याज प्रदान कर रहा है । इसके अतिरिक्त डाकघर शीघ्र ही लोगों को ़ऋण की सुविधा उपलब्ध करवाने जा रहा है। उन्होने बताया कि समूचे देश में डाकघर द्वारा चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो रही है जिसमें प्रदेश के 85 प्रतिश्त कन्याओं को इस योजना के खाते खोले गए है ।
सहायक अधीक्षक डाकघर, ईश्वर दास ने विद्यार्थियों को डाकघर बचत बैंक योजनओं बारे विस्तार से जानकारी दी । जबकि डीओ पीएलआई शकुन शर्मा ने पीएलआई और आरपीएलआई, कार्यकारी प्रबंधक आईपीपीबी ने डाकघर बैंकिग सेवाओं पर प्रकाश डाला। राजेश कुमार ने लोगों को आधार कार्ड बनाने तथा त्रुटियों के दुरूस्त करने बारे जानकारी दी ।
कार्यकारी प्रधानाचार्य देविन्दा चौहान ने पाठशाला में शिविर लगाने के लिए डाकघर विभाग के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया । शिविर में पाठशाला के सभी स्टाफ सदस्य और बच्चों ने भाग लिया ।