आज से प्रदेश के स्कूलों में सौ फीसदी शिक्षक और गैर शिक्षक लौट आएंगे। 12 अक्तूबर से हिमाचल सरकार ने स्कूलों में नई व्यवस्था लागू कर दी है। स्कूल आने वाले शिक्षकों और प्रिंसिपल को विद्यार्थियों की संख्या और कमरों के हिसाब से माइक्रो प्लान बनाकर 17 अक्तूबर तक शिक्षा उपनिदेशकों को भेजना है। 15 से 17 अक्तूबर तक अभिभावकों के साथ संवाद करने के लिए ई पीटीएम होगी।हालांकि विद्यार्थियों के स्कूलों में नियमित आने के फैसले के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। केंद्र सरकार ने 15 अक्तूबर के बाद शिक्षण संस्थान खोलने का फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा है।
हिमाचल में इस बाबत कैबिनेट बैठक में फैसला लिया जाना था, लेकिन बैठक न होने पर शिक्षा विभाग ने अपने स्तर पर फैसला लेते हुए स्कूलों को नियमित तौर पर विद्यार्थियों के लिए खोलने से गुरेज किया है।
केंद्र की एसओपी को लागू करते हुए शिक्षा विभाग ने फिलहाल सोमवार से सौ फीसदी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को बुलाने का फैसला लिया है। 12 से 16 अक्तूबर तक विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने का माइक्रो प्लान बनाया जाएगा। इसके तहत हर स्कूल में देखा जाएगा कि वहां कितने बच्चे पढ़े रहे हैं। कितने कमरे हैं।
कितने विद्यार्थियों को शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए बुलाया जा सकता है। स्कूलों को यह माइक्रो प्लान 17 अक्तूबर तक उपनिदेशकों को भेजना है। ई पीटीएम में अभिभावकों के साथ फर्स्ट टर्म परीक्षाओं के परिणाम साझा किए जाएंगे। अक्तूबर में ऑनलाइन ही पढ़ाई जारी रहेगी।
मास्क पहने शिक्षकों और गैर शिक्षकों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही शिक्षण संस्थानों में प्रवेश दिया जाएगा। शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। विद्यार्थी पर स्कूल आने का दबाव नहीं बनाया जाए। एक महीने तक न हाजिरी लगेगी और न परीक्षा होगी। शिक्षकों की हाजिरी बायोमीट्रिक से नहीं लगेगी। प्रिंसिपल और हेडमास्टर इसकी निगरानी रखेंगे।