लॉकडाउन की वजह से राजधानी में मजदूरों को राशन न देने का आरोप लगाते हुए ठियोग हल्के के माकपा विधायक राकेश सिंघा का एसडीएम शहरी दफ्तर के बाहर अनिश्चितकालीन धरना मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी है। सिंघा ने सोमवार की रात एसडीएम दफ्तर के गेट पर ही गुजारी। उन्होंने जमीन पर बिस्तर लगाया और वहीं सो गए। देर रात शिमला के उपायुक्त अमित कश्यप भी विधायक से मिलने पहुंचे थे। उनके अनुरोध पर भी सिंघा ने धरना खत्म नहीं किया।
सिंघा का स्थानीय प्रशासन पर लॉकडाउन के एक माह में शहर में फंसे मजदूरों को राशन मुहैया न करवाने का आरोप है। सिंघा का कहना है कि प्रशासन ने राजधानी में फंसे बाहरी राज्यों के हज़ारों मजदूरों की सुध नहीं ली है। शहर की जामा मस्जिद में रहने वाले 129 कश्मीरी मजदूरों के साथ प्रशासन भेदभाव कर रहा है। सनद रहे कि राशन वितरण के मुद्दे पर बीते कल सोमवार को विधायक और एसडीएम दफ्तर के एक अधिकारी के बीच जमकर तकरार हुई थी।
अधिकारी ने राकेश सिंघा पर मजदूरों के मुद्दों पर राजनीति करने का आरोप लगाया था, जिस पर विधायक आग बबूला हो गए थे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व भाजपा माकपा विधायक के धरना देने के कदम की कड़ी आलोचना कर चुके हैं। जयराम ठाकुर ने कहा है कि यह समय सियासत का नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि राजधानी सहित पूरे प्रदेश में मजदूरों व जरूरतमंदों को पर्याप्त राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है।