Shimla, 25march
पंजाब से हिमाचल में प्रतिबंधित झंडों के साथ कुछ वाहनों के प्रवेश को लेकर उपजा विवाद तूल पकड़ते जा रहा है। इसी कड़ी में अब खालिस्तान समर्थक संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) की तरफ से मुख्यमंत्री को एक चिट्ठी जारी की गई है। इसके साथ ही एक यू-ट्यूब चैनल में वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें एसएफजे के अध्यक्ष गुरपतवंत सिंह पन्नू खालिस्तान का झंडा फहराने की चेतावनी दे रहा है। पन्नू वीडियो में कहता नजर आ रहा है कि 29 अप्रैल को उस शिमला में झंडा फहराया जाएगा, जो 1966 तक पंजाब की राजधानी थी। वीडियो में हिमाचल में भिंडरावाले की फोटो और खालिस्तानी झंडे लगी गाड़ियों को रोकने पर ऐतराज जताते हुए मुख्यमंत्री का भी जिक्र किया गया।

पन्नू वीडियो में कह रहा है कि वर्ष 1966 तक शिमला पंजाब की राजधानी रहा है, ऐसे में हक वापस लेने के लिए शिमला से शुरूआत की जाएगी। वीडियो में ये भी कहा गया है कि 29 अप्रैल, 1986 को खालिस्तान घोषणा दिवस की घोषणा हुई थी। इसके चलते ही 29 अप्रैल को शिमला में आवाज बुलंद करने का फैसला लिया गया है। इसके लिए पंजाब के युवाओं को लामबंद किया जाएगा और 50 हजार डॉलर खर्च किए जाएंगे। इस मामले के सामने आते ही खुफिया एजैंसियां सक्रीय हो गई हैं। इसके साथ ही पुलिस मुख्यालय में भी शुक्रवार को बैठक होने की सूचना है। हालांकि मामले को जब डीजीपी संजय कुंडू से जानकारी लेनी चाही तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया।









