शिमला,25मार्च
हिमाचल प्रदेश की राजधानी को सुरक्षित बनाने के लिए अब ‘तीसरी आंख’ के जरिये निगरानी में इजाफा होगा. शिमला शहर में अब 219 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में सीसीटीवी और इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को बनाने के लिए 3.24 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं. हिमाचल प्रदेश के शहर विकास मंत्रालय ने शिमला पुलिस के लिए ये रुपये मंजूर किए हैं. इसमें से 2.65 करोड़ रुपये सीसीटीवी इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम पर खर्च होंगे.
शिमला पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 2.65 करोड़ रुपये से शहर की 88 जगहों पर 219 सीसीटीवी लगाए जाएंगे. साथ ही 5 इलाकों नवबहार, बीसीएस शिमला, टूटीकंडी, ढली और टूटू में में इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम इंस्टाल किया जाएगा. इसका कंट्रोल सिस्टम शहर के पांच पुलिस स्टेशन के पास रहेगा. गौरतलब है कि इससे पहले शिमला के 57 स्थानों पर पुलिस की तरफ से 147 सीसीटीवी लगाए गए हैं.
सीसीटीवी कैमरे लगने से अब शिमला शहर में आम तौर पर लगने वाले जाम से भी लोगों को राहत मिलने के आसार हैं. कैमरों की मदद से पुलिस को जानकारी मिल पाएगी कि किस इलाके में जाम लगा है और इसे ठीक करने के लिए पुलिस जल्द कार्रवाई कर सकेगी. साथ ही शहर में होने वाले, हादसों, वारदात और घटनाओं को सुलझाने में कैमरे से मदद मिलेगी. मंजूर बजट में से शिमला पुलिस साठ लाख रुपये में अल्को सेंसर, बॉडी वॉर्म कैमरे, लेजर स्पीड गन और इलेक्ट्रिक स्कूटर की खरीद करेगी.
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में टूरिस्ट सीजन के दौरान सबसे अधिक परेशानी रहती है. मैदानी इलाकों मे गर्मी बढ़ने पर सैलानी बड़ी संख्या में शिमला आते हैं और पीक सीजन में राजधानी में 5 हजार से गाड़ियां दाखिल होती हैं और कुफरी समेत कई इलाकों में जाम की दिक्कत रहती है. अब यदि सीसीटीवी कैमरे लगेंगे तो पुलिस को यातायात व्यवस्था बनाने में मदद और आसानी होगी.