हिमाचल प्रदेश जलशक्ति विभाग अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष व पेंशन बहाली सँयुक्त मोर्चा के राज्य महामंत्री एलडी चौहान ने ईमेल के माध्यम से एक मांगपत्र जिलाधीश शिमला जो प्रेक्षित किया। पत्र के माध्यम से राजधानी की कुछ सड़कों में प्रातः व सांय लंबे ट्रैफिक जाम से हो रही आमजनता, सरकारी कर्मचारियों, मजदूरों व हर वर्ग को समस्या की बात रखी गई।
जिलाधीश शिमला से मांग रखी गई कि टनल से संजौली सड़क को कुछ वर्ष पूर्व प्रशासन ने इस आधार पर प्रातः 8:30 से 9:15 तथा सांय 4:45 से 6:30 तक बन्द रखने का निर्णय लिया था ताकि स्कूल के बच्चों को कोई दिक्कत न हो, लेकिन वर्तमान में लगभग एक वर्ष नौ माह से स्कूल बंद है, ऐसे में उपरोक्त समय मे सड़क बन्द रखना सही नही है, क्यूंकि सड़क खुलने के इंतज़ार में वाहनों की लंबी कतार लग जाती है और जाम की समस्या दोगुनी हो जाती है, प्रातः भठाकुफर, ढली, मशोबरा व नजदीक के गांवों से कार्यालय, न्यायालय, अस्पताल या अन्य आवश्यक कार्यों से जाने वालों को बेवजह 9:15 तक सड़क खुलने का इंतज़ार करना पड़ता है, और सड़क खुलते ही जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है या 6 किलोमीटर ढली -चलौंठि होकर संजौली पहुंचना पड़ता है।
जनाब से गुजारिश है कि इस सड़क को बन्द न किया जाए बल्कि उपरोक्त समय पर एकतरफा (one way) किया जाए, जिसमे प्रातः जाने की अनुमति रहे व सांय आने की। इसके अलावा पत्र के माध्यम से जिलाधीश का ध्यान विधानसभा-बालूगंज सड़क की तरफ ले जाया गया, जिस सड़क के सार्वजनिक खुलने की वजह से प्रातः मुख्य सड़क से शिमला आ रहे वाहनों का लंबा जाम लगता है, अतः इस जाम समस्या को जनहित में खत्म करने के लिए इस सड़क को भी प्रातः व सांय कार्यालय समय पर एक घंटे के लिए सार्वजनिक वाहनों के लिए बन्द करने पर निर्णय लिया है। शीघ्र इस मुद्दे पर संघ के पदाधिकारी आमजनता के साथ मिलकर जिलाधीश से रूबरू होकर भी बात रखेगा।