सिस्सू, विश्व की सबसे ऊंची स्नो मैराथन का मेजबान सिस्सू इस भव्य आयोजन के लिये तैयार है जिसके लिये आज रविवार को देश भर के धावक जुट कर लगभग दस हजार फीट पर स्थित जमी बर्फ पर दौड़ कर अपना बेहतरीन प्रदर्शन करेंगें। शनिवार को ग्राम पंचायत प्रधान राजीव कुमार सहित आयोजक रीच इंडिया, गोल्ड्रोप एडवेंचर आदि समूहों के प्रतिनिधियों ने मैराथन के रुट सहित अन्य व्यावस्थाओं का जायजा लिया। आयोजक गौरव शिमर और राजेश चंद ने बताया कि गत वर्ष की तुलना इस संस्करण में प्रतिभागियों की व्यापक भागीदारी देखने को मिली है। देश के विभिन्न नौसेना बेसिस (ठिकानों) से 24 सेलर्स नाविक पहुंचें हैं जबकि भारतीय सेना के जवान भी भाग ले रहें हैं । इनके अलावा हिमाचल प्रदेश के अलावा चंडीगढ़, दिल्ली, श्रीनगर, देहरादून सहित दक्षिण भारत के धावक भी भाग ले रहे हैं जबकि प्रतिभागी से अपने देशों को प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। शनिवार को मोहाली स्थित फोर्टिस हस्पताल की डाॅक्टरी टीम ने भाग ले रहे प्रतिभागियों की जांच की। इस जांच के अलावा डाॅ देवी दत्ता दास और श्याम की इस डाॅक्टरी टीम ने स्थानीय लोगो को लाभ पहुंचने के लिये निशुल्क कैंप का भी आयोजन किया। आयोजक राजेश चंद के अनुसार स्नो मैराथन का उद्देश्य मात्र इस क्षेत्र में सहासिक गतिविधियों को बढ़ावा ही नहीे देना बल्कि स्थानीय लोगों को आयोजन के साथ जोड़कर भी उन्हें लाभ पहुंचाना है। लाहौल घाटी के कई गांवों के लगभग डेढ़ सौ लोगों ने इस कैंप का लाभ उठाया और निशुल्क परामर्श और दवाईयां प्राप्त की। सरकारी प्रबंधों के अलावा आयोजकों के वालिंटियर्स भी इस आयोजन का अंजाम देने के लिये जुटे हुये हैं। मैराथन पांच कैटेगरियों – फुल मैराथन (42 किलोमीटर), हाफ मैराथन (21 किलोमीटर), दस और पांच किलोमीटर में आयोजित की जा रही है जिसका पूरा रुट बर्फ से ढ़का हुआ है। गार्मिन इंडिया हर वर्ग के विजेताओं को पुरस्कृत करेगा। कर्नल नटराजन ने बताया कि जिला लाहौल स्पीति के लिये ही बल्कि हिमाचल प्रदेश और समूचे देश के लिये गौरव की बात है कि यह विश्व की सबसे ऊंचाई में स्नो मैराथन को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह आगामी संस्करण में देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी व्यापक भागीदारी देखने को मिलेगी।
उन्होंनें बताया कि जिला लाहौल स्पिति और हिमाचल प्रदेश के लिये ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिये यह गौरव की बात है कि पहली बार स्नो मैराथन का आयोजित लगभग दस हजार फीट की उचाई पर ऐेसे आयोजन को अंजाम दिया जा रहा है। उनका प्रयास इसे वार्षिक आयोजन बनाना है और युवा पीढ़ि को फिट इंडिया मूवमेंट के प्रति जागरुक करने के साथ साथ समाज में विकराल रुप धारण कर रही नशे की लत से दूर करना है।