आईसीएआर राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना की संस्थागत विकास योजना के तहत खरीदी गई 697 पुस्तकों को डॉ.वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के कुलपति डॉ परविंदर कौशल ने छात्रों और कर्मचारियों को समर्पित की। ये नवीनतम प्रकाशन बागवानी, वानिकी, प्रबंधन और संबद्ध विषयों पर आधारित हैं। यह पुस्तकें लगभग 10 लाख रुपये की लागत से खरीदी गई हैं और विश्वविद्यालय के सत्यानंद स्टोक्स पुस्तकालय में रखी गई हैं। इन पुस्तकों के अलावा छात्रों को उनके संबंधित विषयों में नवीनतम साहित्य से लैस करने के लिए परियोजना के तहत 5 लाख रुपये के अन्य प्रकाशन भी खरीदे जा रहें है।
इस अवसर पर डॉ परविंदर कौशल ने आईडीपी के सभी सदस्यों को छात्र सुविधाओं में सुधार के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय किसी भी छात्र के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है और इसलिए इसे सभी आधुनिक शिक्षण सुविधाओं के साथ लिंक करने का हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए।
डॉ. कौशल ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों को सभी पुस्तकालय सेवाओं के बारे में अवगत किया जाना चाहिए ताकि वह इनका पूरा इस्तेमाल कर सकें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों के लिए एक वन-स्टॉप सॉफ्टवेयर समाधान खरीदेगा।
जिससे छात्र आईसीएआर की सभी ई-सेवाओं के लिए एक जगह पर ही लॉगिन क्र सकेंगे। डॉ. कौशल ने शिक्षकों से कहा कि वे छात्रों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए प्रोत्साहित करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे खुद को वायरस से सुरक्षित रख सकें।