हिमाचल प्रदेश चुनाव आयोग ने राज्य में पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों के चुनावों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया(एसओपी) जारी कर दी है। इसके तहत चुनाव कार्य में तैनात सभी कर्मियों को फेस मास्क लगाना अनिवार्य होगा। हर कर्मचारी को अपने मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु ऐप का उपयोग करना होगा। चुनाव के लिए चयनित प्रत्येक स्थल व मतदान केंद्र को सैनिटाइज करवाया जाएगा। ईवीएम की जांच के लिए सामाजिक दूरी को सुनिश्चित किया जाएगा। निर्वाचन के लिए प्रशिक्षण एवं मतदान दलों को प्रस्थान के समय, इस कार्य में नियुक्त प्रत्येक कर्मचारी के तापमान की जांच थर्मल स्केनर से की जाएगी।
चुनाव के लिए जिला स्तर पर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी या उनके द्वारा नामित स्वास्थ्य अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। खंड स्तर पर ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी को या उनकी ओर से नामित डॉक्टर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। नोडल अधिकारी निर्वाचन के दौरान कोविड-19 से बचाव के लिए सभी आवश्यक उपाय किया जाना सुनिश्चित करेंगे। नोडल अधिकारियों के नाम एवं मोबाइल नंबर चुनाव में नियुक्त सभी अधिकारी/कर्मचारियों को उपलब्ध करवाए जाएंगे। कोरोना वायरस से बचाव के लिए समस्त प्रबंध संबंधित नोडल अधिकारी के मार्गदर्शन व निर्देशन में किए जाएंगे।
बता दें प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकाय चुनाव में प्रदेशभर के करीब 54.33 लाख वोटर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 27,34,154 पुरुष और 26,98,709 महिलाएं मतदाता वोट डालेंगी। संबंधित जिलों के जिला चुनाव अधिकारी तय करेंगे कि किस पंचायत में कौन से चरण में चुनाव कराना है।
राज्य में कुल 3615 पंचायतें के 21384 वार्ड सदस्य, पंचायत समिति के 1792 और जिला परिषद के 249 वार्ड सदस्य चुने जाने हैं। कुल 3615 प्रधान और इतने ही उपप्रधानों का चुनाव होगा। प्रदेश चुनाव आयोग ने प्रदेश में पंचायती राज संस्थानों और शहरी निकायों के लिए कुल 60 हजार कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी लगाई है। पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में मतपेटियां और शहरी निकाय चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल होगा। चुनाव आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने को करीब 22 हजार पोलिंग पार्टियां बनाई हैं।
ये पोलिंग पार्टियां अलग-अलग चरणों में सेवाएं देंगी। आयोग के अधिकारियों ने बताया कि एक चरण के चुनाव में आठ हजार कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। प्रत्येक पोलिंग पार्टी के साथ दो सुरक्षा कर्मी और एक स्वाथ्य कर्मी भी ड्यूटी रहेगा। वहीं, प्रदेश में पंचायती राज चुनावों में इस बार प्रत्याशियों का परिणाम ऑनलाइन दिखेगा। इसके लिए पंचायती राज विभाग ने एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसे मतगणना स्थल समेत मुख्य केंद्र से लगातार अपडेट किया जाएगा, जिससे प्रत्याशियों का परिणाम जल्द घोषित हो सकेगा।
जानकारी के अनुसार अगले माह होने वाले पंचायती राज चुनावों को लेकर इस बार विभाग ने कई तरह के बदलाव किए हैं। इनमें विभाग की सबसे बड़ी उपलब्धि पंचायती राज चुनावों में मैदान में उतरे प्रत्याशियों के परिणाम को ऑनलाइन दिखाना है।