7 मई 2022,
हिमाचल प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के 1700 पदों को भरने के लिए फिटनेस टेस्ट के बाद 27 मार्च को लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। जिसमें कांस्टेबल के 1334 पदों के लिए 75803 अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा दी थी। इनमें 60454 पुरुष और 14653 महिला उम्मीदवार थीं। जिसका परिणाम 5 अप्रैल को जारी कर दिया गया था। परंतु 6 मई को यह सामने आता है कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर पहले ही लीक हो चुका था जिस कारण यह परीक्षा परिणाम हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा रद्द कर दिया गया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् इस घटना को कड़ी निन्दा करती है। जिला कांगड़ा के गगल पुलिस थाना में आईपीसी की धारा-420 और 120 बी के तहत पेपर लीक को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने कहा की जिस तरह से देखने में आ रहा है कि पुलिस प्रशासन ने अभी एक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है जो की एक निंदनीय विषय है। हिमाचल प्रदेश के डीजीपी भी नाटियां डालने में व्यस्त हैं। और इस विषय को लेकर जरा भी सख्त नही है पुलिस प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् समाज हित के लिए कार्य करने वाले विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन होने के नाते यह मांग करती है की जल्द से जल्द इस मामले पर कार्यवाही शुरू की जाए व जो भी दोषी पाए जाते हैं उन को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी कोई भी इस तरह के निंदनीय कार्य करने के बारे में न सोचे। इसी के साथ विद्यार्थी परिषद् पुलिस प्रशासन से यह मांग करती है कि जल्द से जल्द इस परीक्षा को पुनः करवाया जाए।