सोलन जिला के अटल शिक्षा कुञ्ज, कालूझंडा स्थित आईईसी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट ने विश्वप्रसिद्ध माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के एडुनेक्स्ट फाउंडेशन के तहत टेक-सक्षम के सहयोग से “शिक्षा के व्यावसायिक विकास को आईआर 4.0 तकनीक से सक्षम करना” विषय पर पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का आयोजन किया।
हिमाचल प्रदेश क्षेत्र में यह पहली बार है कि किसी विश्वविद्यालय द्वारा इस तरह का विकास कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें तकनीकी विशेषज्ञ सुश्री मोनालिसा पात्रा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और इसके अनुप्रयोगों विषय के बारे में जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान किया, वहीं तकनीकी विशेषज्ञ जयपाल सिंह ने प्रतिभागिओं को पायथन बेसिक्स और कोडिंग की जानकारी दी। इस अवसर पर एआई के साथ विभिन्न आधुनिक शैक्षणिक उपकरण और तकनीकों के माध्यम से शिक्षण की संभावनाओं एवं वदलाव के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में 150 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए।
कार्यक्रम (एफडीपी) का उद्घाटन आईईसी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० (डॉ०) शमीम अहमद द्वारा किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को अपने भविष्य के परिप्रेक्ष्य में विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा दिए गए ज्ञान और विचारों से खुद को लाभान्वित करने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथि माननीय डॉ० मनप्रीत सिंह मन्ना, पूर्व निदेशक एआईसीटीई व वर्तमान फैकल्टी एसएलआईईटी – लोंगोवाल, ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए आईईसी विश्वविद्यालय की सराहना की और बधाई दी। इस पांच दिवसीय टेक सक्षम एफडीपी के समापन सत्र में डॉ० विनय कुमार चंदना, प्रिंसिपल, जेईसीआरसी, जयपुर, डॉ० सचिन नंदा, महाप्रबंधक, गोदरेज टायसन फूड्स लिमिटेड, बेंगलुरु सहित टेक-सक्षम इंडिया की वरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री संदीप कौर व कार्यक्रम समन्वयक डॉ० इंद्रप्रीत कौर (निदेशक जीएएफ) भी मुख्य रूप से उपस्थित रही। कार्यक्रम आयोजक डॉ० दिव्या ठाकुर, डीन, आईईसी स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट ने सभी भागीदारों का प्रतिभागिओं और शिक्षाविदों को यह अवसर प्रदान करने के लिए समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।