क्रेजी न्यूज/काजा(लाहौल-स्पीति)
तन्जिन वंगज्ञाल रुमबाह
लाहौल-स्पीति में बनी सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अटल टनल की झांकी की माडल बनकर तैयार। साथ में इसमें लाहौल-स्पीति के फावा चेनरेजी त्रिलोकीनाथ मंदिर जोकि बुद्धिस्टों का है, उसकी खासियत के बारे में बताएंगे! इस बार दिल्ली के राजपथ पर 26 जनवरी को देखने को मिलेगी!
हिमाचल के तकनीकी शिक्षा एवं जनजाति विकास मंत्री बतोर विधायक लाहौल-स्पीति डॉ रामलाल मार्कंडेय ने अपने अधिकारिक फेसबुक पेज पर जनता को साझा करते हुए कहा कि समस्त लाहौल स्पीति एवम हिमाचल वासियों के लिए गर्व की बात है कि वर्ष 2021 की गणतंत्र दिवस परेड में हिमाचल प्रदेश की ओर से अटल रोहतांग टनल एवम भगवान तीन त्रिलोकीनाथ जी के मंदिर की झांकी दिखाई जाएगी।
वहीं पर्यटन की दृष्टि से लाहौल स्पीति आने वाले समय में विश्व के मानचित्र पर छाने वाला है।
रोचक की बात यह है कि रोहतांग के साथ भाषा संस्कृति विभाग ने इसमें वहीं संस्कृति ओर यहां के लोगों को टनल बनने के बाद मिलने वाली सुविधा सारी चीजें दिखाने का प्रयास किया है! सुनिल शर्मा निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग ने कहा कि अटल टनल के मॉडल बनकर तैयार हो चुकी है,अब गणतंत्र दिवस के मौके पर परेड में झांकी भी दिखाई जाएगी। जिसे भारत सरकार ने मध्य राउंड के लिए क्रम में कर दिया है। 26 जनवरी को अटल टनल की झांकी के माध्यम से पूरे लाहौल-स्पीति को दिखाया जाएंगा। बता दें कि हिमाचल के लिए रोहतांग टनल इस साल का सबसे बड़ा तोहफा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुल्लू जिले में मनाली-लेह मार्ग पर सामरिक महत्व की 9.02 किलोमीटर लंबी अटल टनल रोहतांग का उद्घाटन किया था! इसी के साथ हिमाचल प्रदेश के लिए दस साल का लंबा इंतजार इस साल खत्म हो गया!
बता दें कि पीरपंजाल की पहाड़ी को भेद कर 3200 करोड़ की लागत से यह टनल दुनिया की सबसे ऊंचाई 10040 फीट पर हाईवे पर बनी है! लाहौल-स्पीति में टनल की शुरुआत से सेना इस मार्ग से चीन से सटी सीमा लद्दाख और पाकिस्तान से सटे कारगिल तक आसानी से पहुंच पाएंगी! ये किसी भी राज्य के लिए गर्व की बात रहती है, जब दिल्ली की परेड में उक्त राज्य की झांकी दिखाई जाती है!