आज के दौर में शारीरिक विकास सबसे जरूरीः गर्ग
तकनीकी विवि के ऑनलाइन कार्यक्रम में बोले खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री
हमीरपुर। व्यक्ति को अपना शरीर स्वस्थ रहने के लिए योग को भोजन, सोने की तरह जीवन का हिस्सा बनाना होगा। हर व्यक्ति के पास अधिक धन और ज्ञान हो सकता है,लेकिन उसका शरीर स्वस्थ नहीं है, तो ऐसे स्थिति में अधिक धन और ज्ञान का कोई लाभ नहीं। शारीरिक विकास पर सभी को ध्यान देने की वर्तमान दौर में सबसे ज्यादा जरूरत है और योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाने होगा। साथ ही समाज के हर वर्ग को योग के प्रति जागरूक करना है। यह बात खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग ने सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में कही। वह हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के योग विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत के लिए सौभाग्य की बात है कि पिछले सात सालों में भारतीय संस्कृति और परंपरा को योग के माध्यम से पूरे विश्व में अलग पहचान मिली है। ऑनलाइन कार्यक्रम की अध्यक्षता तकनीकी विवि के कुलपति प्रो एसपी बंसल ने की, जबकि कुलसचिव अनुपम ठाकुर ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में शिरकत की। अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो कुलभूषण चंदेल ने कार्यक्रम का विधिवत संचालन किया। कार्यक्रम में योग विभाग के प्राध्यापकों ने योगभ्यास भी करवाया। इस मौके पर अधिष्ठाता फार्मेसी प्रो राजेंद्र गुलेरिया, अधिष्ठाता अभियांत्रिकी प्रो धीरेंद्र शर्मा, वित्त अधिकारी उत्तम पटियाल, तकनीकी विवि के अन्य अधिकारी व कर्मचारी सहित विभिन्न शिक्षण संस्थान के निदेशक/प्राचार्य और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
कुलपति प्रो एसपी बंसल ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में एक नए स्तर के संतुलन और क्षमता को प्राप्त करना योग है। प्रो बंसल ने कहा कि सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का थीम “योग फॉर वेलनेस” है। कोरोना महामारी के इस संकट से उभरने में योग एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मन को शांत व तनावमुक्त रखने में योग सबसे अहम है। कुलपति ने कहा कि हमें सिर्फ योग दिवस के अवसर पर ही योग को याद नहीं करना चाहिए, बल्कि हमें आज शपथ लेनी होगी कि पहले योग को अपनी दिनचर्या में लाना होगा और उसके बाद दूसरों को भी योग के प्रति प्रेरित करें। योग भारत की विश्व का बड़ी देना है। संयुक्त राष्ट्र ने भी तभी इतने कम समय की अवधि में योग का अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने को स्वीकृति प्रदान की।