सुभाष चंदेल
बिलासपुर, 16 सितंबर
ऑल हिमाचल प्रदेश टैक्सी ऑपरेटर व ड्राइवर एसोसिएशन के पदाधिकारियों में सरकार की अनदेखी के खिलाफ भारी रोष है। जी हां, टैक्सी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राम रतन शर्मा ने पत्रकार वार्ता में प्रदेश की जयराम सरकार पर उनकी मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में इसका नतीजा भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है।
राम रतन का कहना है कि टैक्सी ऑपरेटर्स की मांग है कि 12 साल के परमिट को बढ़ाकर 15 साल किया जाए, क्योंकि कोरोना काल के दो सालों में उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा था। इसके साथ बिना जीपीएस डिवाइस के ही गाड़ियों की पासिंग व परमिट दिया जाए, क्योंकि साल 2019 में सरकार के निर्देश पर कुछ कंपनियों द्वारा यह जीपीएस सिस्टम लगा गया था उसके बाद यह कम्पनियां गायब हो गई है। जीपीएस सिस्टम बंद होने के कारण उनकी टैक्सियों की पासिंग बंद है, जिससे टैक्सी चालकों को भारी नुकसान हो रहा है।
वहीं, राम रतन ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल्द ही टैक्सी ऑपरेटर्स की दोनों मांगे पूरी नहीं हुई तो टैक्सी ऑपरेटर्स आंदोलन का रास्ता इख्तियार करेंगे और सरकार से सीधा टकराव होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मंडी लोकसभा उपचुनाव में टैक्सी ऑपरेटर्स की नाराजगी का हर्जाना सरकार को सीट हारकर चुकाना पड़ा था। वहीं अब विधानसभा चुनाव में भी उन्हें हार का चेहरा देखना पड़ सकता है, क्योंकि प्रदेश में 80 हजार टैक्सी ऑपरेटर्स है, और मांगे पूरी न होने पर सत्ता परिवर्तन में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं।