राज्यपाल एवं कुलाधिपति बंडारू दतात्रेय ने जारी की अधिसूचना
जून 2018 से तकनीकी विवि के कुलपति का कार्यभार देख रहे हैं प्रो बंसल
हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के कुलपति प्रो एसपी बंसल को एक साल का सेवाविस्तार दिया गया है। राज्यपाल एवं कुलाधिपति बंडारू दतात्रेय ने उनके एक साल के सेवाविस्तार की अधिसूचना जारी की है। प्रो बंसल को एक साल और कुलपति का कार्यभार देने पर तकनीकी विवि के अधिकारियों और कर्मचारियों ने खुशी जताई है। प्रो बंसल जून 2018 से तकनीकी विवि के कुलपति का कार्यभार देख रहे हैं। इसी महीने तीन साल का कार्यकाल पूरा होना था, उससे पहले प्रो बंसल के कार्यकाल में तकनीकी विवि में हुए बेहतर कामों और उनके तीन साल के बहुमूल्य योगदान को देखते हुए एक साल का सेवाविस्तार दिया है। वहीं, कुलपति प्रो एसपी बंसल ने एक साल की और नियुक्ति देने के लिए कुलाधिपति और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि तकनीकी विवि को शिखर पर पहुंचाने और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उसी गति से काम किया जाएगा, जिस प्रकार पिछले तीन साल में किया गया है। विद्यार्थियों को अच्छी सुविधा और बेहतर शिक्षा उपलब्ध करने के लिए हर संभव प्रयास लगातार जारी रहेगें।
हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय, हमीरपुर की विस्तृत जानकारी – उपलब्धियों से भरे तीन वर्ष।
यदि हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय, हमीरपुर के पिछले लगभग 3 वर्षों के इतिहास की बात करें तो वर्ष 2018 में हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय, हमीरपुर के स्वर्णिम युग का सूत्रपात हुआ। पिछले 3 वर्षों में विश्वविद्यालय ने अनेक उपलब्धियों को हासिल किया है। जिनमें मुख्य परिसर में सात विषयों को शुरू करना, दीक्षांत समारोह, परिसर उद्घाटन समारोह, वेब स्टूडियो, डाटा केंद्र की स्थापना, एमटेक हेतु एआईसीटीई की मान्यता लेना, विभिन्न संस्थानों व औद्योगिक इकाइयों के साथ समझौता ज्ञापन, समाचरिका व शोध पत्रिका का प्रकाशन, कन्या छात्रावास शिलान्यास कार्यक्रम इत्यादि शामिल है। हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय प्रगति पथ पर शिक्षा पूनर्विन्यास, शिक्षा की गुणवत्ता और शिक्षा का प्रबंधन आदि महत्वपूर्ण तत्वों को ध्यान में रख कर आगे बढ़ रहा है। तकनीकी विश्वविद्यालय ने शिक्षा का पूनर्विन्यास करके शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान दिया व शिक्षा का प्रबंधन कर आज विश्वविद्यालय निरंतर वेग से आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में तकनीकी विश्वविद्यालय इन मापदंडों का समुचित उपयोग कर राष्ट्रीय शिक्षा नीति कार्यानव्यन किया जा रहा है। तकनीकी विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप मेरु (MERU – Multi Educational Research University) बनाने पर बल दिया जा रहा है जिससे विश्वविद्यालय को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार विद्यार्थियों को बहुविध प्रवेश (Multiple Entry) बहुविध निकासी (Multiple Exit) की व्यवस्था देकर विश्वविद्यालय को पुरातन पद्धति, संस्कृति व नैतिक मूल्य से ओत प्रोत करके भारतीय शिक्षा व्यवस्था के अस्तित्व को मजबूत किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय का लक्ष्य विश्वविद्यालय को शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीय केंद्र बनाना है जिसके माध्यम से विश्वविद्यालय शिक्षा हेतु आकर्षण का केंद्र बनेगा व विश्वविद्यालय स्तर पर औद्यौगिक इकाइयों, शिक्षण संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन पर बड़े पैमाने पर हस्ताक्षर किये जा रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय नित नए आयाम स्थापित कर रहा है और प्रगति के शिखर पर स्थापित होने के मार्ग पर अग्रसर है जिससे तकनीकी विश्वविद्यालय अपनी पहचान वैश्विक स्तर पर बनाने में सफल हुआ है। विद्यार्थियों को देश व समाज के लिए कुछ ना कुछ योगदान देने के लिए प्रेरित करना विश्वविद्यालय की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है समाज के प्रति संवेदना जागृत करना उसी कड़ी में विश्वविद्यालय का प्रमुख कर्तव्य होता है और हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर इस जिम्मेदारी और कर्तव्य को पूर्णतः निभाने का प्रयास कर रहा है। आज शैक्षणिक जगत के सम्मुख गंभीर चुनौतियां विद्यमान है, जिसमें शिक्षा को रोजगार के साथ जोड़ना प्रमुख है । हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय रोजगारोन्मुखी तकनीकी शिक्षा मुहैया करवा रहा है जो कि संतोष का विषय है। हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय वर्ष 2018 से दोगुनी गति से कार्य कर रहा है और अनूठे एवं नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर शैक्षणिक जगत में अपनी पहचान बनाने में सफल हो पाया है जिसके लिए विश्वविद्यालय परिवार के प्रत्येक सदस्य और विद्यार्थियों ने अथक प्रयास और कठिन परिश्रम किया है। वर्ष 2018 से ही हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय ने आत्मविश्वास से सराबोर होकर दिल संकल्प लेकर विभिन्न चुनौतियों का सामना किया है और मूल्य आधारित शिक्षा देने में सही मायनों में सफल भी हुआ है।
इस विश्वविद्यालय को अग्रिम विश्वविद्यालय बनाने की ओर सकारात्मक दिशा एवं सोच के आधार पर कार्य किया जा रहा है जो कि आगामी वर्षों में सुखद परिणाम लेकर आएगा, ऐसा विश्वास है।
विश्वविद्यालय नवीन संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहा है जिससे विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को देश और समाज के अपना योगदान देने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है जो










