हमीरपुर, 8 सितंबर- सुजानपुर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने भाजपा पर ताबड़तोड़ हमला बोलते हुए कहा है कि लगातार 5 साल तक जिन लोगों ने प्रदेश में भाजपा की सत्ता होने के बावजूद सुजानपुर के विकास कार्यों में लगातार अड़ंगे लगवाये, वे अब चुनावों की आचार संहिता लगने से चंद रोज पहले सुजानपुर में अधूरे भवनों के उद्घाटन और रस्म अदायगी के लिए कुछ शिलान्यास करवा कर विकास के मसीहा नहीं कहलवा सकते क्योंकि सुजानपुर की जनता के सामने ऐसे लोगों की पोल खुल चुकी है । उन्होंने कहा आधे अधूरे भवनों का उद्घाटन करने की ऐसी क्या मजबूरी है, इसका भी खुलासा होना चाहिए।
आज यहां मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश में 5 साल सत्ता में रहने के बाद अब चुनावी घड़ी में सिर्फ दूसरी बार मुख्यमंत्री को सुजानपुर बुलाकर भाजपा नेताओं ने जो उद्घाटन और शिलान्यासों की फेहरिस्त तैयार की है, उससे साफ है कि जनता के तेवर देखकर भाजपा नेताओं के हाथ पांव फूले हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की अंदरूनी राजनीति के ऐसे क्या कारण रहे हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को इन 5 सालों में सिर्फ दूसरी बार चुनावी घड़ी में सुजानपुर बुलाया गया है । क्या मुख्यमंत्री के साथ यहां के भाजपा नेताओं के तालमेल में कोई कमी थी या फिर मुख्यमंत्री को सुजानपुर से दूर रखने के पीछे स्थानीय भाजपा नेताओं की कोई और रणनीति थी। राजेंद्र राणा ने कहा कि भाजपा नेताओं के साथ-साथ यहां के प्रशासन ने भी मुख्यमंत्री को उद्घाटन किए जाने वाले भवनों और पुलों के बारे में भी अंधेरे में रखा है क्योंकि जिन कार्यों के उद्घाटन करवाए जा रहे हैं , वे आधे अधूरे हैं।
राजेंद्र राणा ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में अपनी हार की खुन्नस मिटाने के लिए सुजानपुर के विकास कार्यों में कदम कदम पर अड़ंगे किसने लगाए, इसकी हकीकत सुजानपुर के बच्चे बच्चे को मालूम है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि पूरे 5 साल में सुजानपुर चुनाव क्षेत्र में पहली दफा मुख्यमंत्री किसी भवन का शिलान्यास करने जा रहे हैं। एक आईटीआई का उन्होंने शिलान्यास करना है और एक चबूतरा में उन्होंने प्राइमरी हेल्थ सेंटर का शिलान्यास करना है जिसे स्वयं राजेंद्र राणा ने स्वीकृत करवाया था और भाजपा नेता उसे बंद करने की फिराक में थे। राजेंद्र राणा ने कहा कि सुजानपुर हल्के में जो दो डिवीजन खोले गए हैं, उनकी लड़ाई भी खुद राजेंद्र राणा ने विधानसभा में लड़ी है। उन्होंने कहा कि सुजानपुर में अब चुनावी बेला में उद्घाटन व शिलान्यास का जो खेल खेला जा रहा है, उससे जनता भ्रमित होने वाली नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि क्या 5 साल तक यहां के भाजपा नेता सोए हुए थे, जो उन्हें सुजानपुर के विकास की याद नहीं आई या फिर उनके भीतर कोई पुरानी टीस थी, जो यहां के विकास कार्य में बाधा डालती रही।
राजेंद्र राणा ने कहा की भलेठ के जिस पुल का मुख्यमंत्री से अब उद्घाटन करवाया जा रहा है , उसका उद्घाटन तो जनता कई महीने पहले कर चुकी है और लगातार वहां से ट्रैफिक गुजर रहा है। जिस दूसरे पुल का उद्घाटन करवाया जा रहा है , उसके अभी डंगे पूरे नहीं हुए हैं।
राजेंद्र राणा ने कहा कि सुजानपुर के जिस मिनी सचिवालय की उद्घाटन करने की तैयारी की गई है, वह भी अभी पूरी तरह मुकम्मल नहीं हुआ है। इसी तरह ऊहल में कांग्रेस कार्यकाल में स्वीकृत कराए गए बजट से आधे अधूरे बने रेस्ट हाउस का उद्घाटन किया जा रहा है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार आर्थिक संकट की दुहाई दे रही है और लगातार कर्ज पर कर्ज उठा रही है , वहीं दूसरी तरफ आजादी के महोत्सव के नाम पर जनता के टैक्स का पैसा चुनावी घड़ी में भाजपा की रैली आयोजित करने में लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा अंधेरी नगरी चौपट राजा वाली स्थिति बनी हुई है। महंगाई, बेरोजगारी जैसे मोर्चे पर भाजपा ने जनता का जीना हराम कर रखा है और आम आदमी के विश्वास के साथ कुठाराघात किया है। अब चुनाव का बिगुल बजने से चंद रोज पहले जुमले छोड़कर और आधे अधूरे शिलान्यास व उद्घाटन करके जनता का विश्वास नहीं जीता जा सकता। सुजानपुर की जनता इस बात को भलीभांति जानती है कि यहां एसडीएम कार्यालय खोलने से लेकर सुजानपुर को विकास के तोहफे कांग्रेस शासन में मिले हैं और पिछले 5 साल के दौरान सुजानपुर के विकास में किन नेताओं ने बार-बार अड़ंगे लगाए हैं।