शिमला। आपने बिल्ली को दूध की रखवाली करने वाले खेल के बारे में तो सुन ही रखा होगा- अब यही साकार साबित होता नजर आ रहा है हिमाचल प्रदेश में। जहां प्रदेश सरकार ने महिला का उत्पीड़न करने वाले एक आईएएस अधिकारी को सूबे की महिलाओं के विकास की जिम्मेदारी सौंप दी है।
बता दें कि बीते दिनों हुए ट्रांसफर के दौरान कार्यस्थल पर महिला कर्मी से यौन उत्पीड़न की शिकायत के चलते इस अफसर को एडीसी सोलन के पद से हटा दिया।
अब कहने के लिए तो यह फैसला नैतिक रूप से सही था, लेकिन अब खबर सामने आ रही है कि अफसर का तबादला कर उन्हें सोलन में महिला विकास निगम का प्रबंध निदेशक लगा दिया। इसके साथ ही साथ आरोपी अफसर को एससी-एसटी विकास निगम के एमडी का भी अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया।
अब सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले पर सवाल ये उठ रहे हैं कि अफसर के खिलाफ मिली शिकायत की जांच के लिए गठित कमेटी के वरिष्ठ अफसर को तैनात करने के लिए कहने के बाद नए अफसर की नियुक्ति नहीं कर सकी है। वहीं, आरोपी अधिकारी को महिला विकास की ही जिम्मेदारी भी सौंप दी है।
बता दें कि फिलहाल, शिकायत पर बनी कमेटी ने उच्चाधिकारी की नियुक्ति का पत्र लिखकर अपने हाथ खींच लिए हैं। नए अधिकारी की नियुक्ति न होने से जांच आगे नहीं बढ़ सकी है। सूत्रों की मानें तो सरकार के स्तर पर इस तैनाती के संबंध में मंथन भी शुरू हो गया है।










