शिमला
एनएसजी रिपोर्ट के खुलासे के बाद अब,सीआईडी फिर करेगी जांच
शिमला में 18 जुलाई को हुए विस्फोट मामले में नया मोड़ आ गया है। दिल्ली से जांच को पहुंची एनएसजी टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि शिमला के मालरोड पर जो धमाका हुआ था वह गैर रिसाव से नहीं किसी विस्फोटक पदार्थ की वजह से हुआ है। ऐसे में अब पूरे मामले की जांच सीआईडी दोबारा से करेगी, जिसमें यह जांच की जाएगी कि धमाके में कौन सी विस्फोटक सामग्री थी। फिलहाल अब जांच के बाद ही पूरी स्थिति का पता चल पाएगा।
18 जुलाई की शाम 7 बजकर 12 मिनट पर शिमला मालरोड स्थित पुलिस कंट्रोल रूम के पास हिमाचली रसोई में एक बहुत बड़ा धमाका हुआ था।| जिसमें 2 लोगों की मौत और 12 लोग घायल हुए थे।इस धमाके में 7 से 8 दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। इस धमाके के बाद पूरे शहर में दहशत फैल गई थी।धमाके के बाद पहले यह मामला शिमला पुलिस के पास गया। उसके बाद एसआईटी का गठन हुआ।| जिसमें एसपी शिमला संजीव गांधी ने प्रेसवार्ता कर मीडिया को बताया कि वह सिलिंडर फटा था औरए सएफएसएल की फाइनल रिपोर्ट आने पर मामले की पुष्टि होगी। एसएफएसएल जुन्गा ने रिपोर्ट पेश की जिसमें बताया गया कि यह ब्लास्ट गैस रिसाव से हुआ था। मामला एनएसजी को दिया गया।
धमाके के 6 दिन बाद 23 जुलाई को एनएसजी ने जांच की।सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक जांच की।धमाके की जद में आए क्षेत्र को सील किया गया।करीब 20 कमांडो की टीम यहां पहुंची। जांच के बादएनएसजी ने अपनी फाइनल रिपोर्ट में ये साफ किया है कि यह कोई आम गैस रिसाव से हुआ धमाका नहीं है इसमें विस्फोटक सामग्री का उपयोग हुआ है।इसलिए अब आगे की छानबीन के लिए यह मामलाअब स्टेट सीआईडी के पास दे दिया गया है।