13सितम्बर, काँगड़ा
पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश में जहां-जहां भी सरकार के द्वारा अमृत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है वहां पर सारी व्यवस्थाएं विशेष रूप से लोगों को आने जाने की जो सुविधाएं हैं वह पूरी तरह से चरमरा रही हैं और सरकार का पूरा अमला फैला, सरकारी बसों तक को इस अमृत महोत्सव को सफल बनाने के लिए प्रयोग में लाया जा रहा है।
हालांकि बसें खाली चल रही है और कुर्सीयो पर बैठने वाले चंद लोग ही है
उन्होंने कहा कि करीब-करीब हर अमृत महोत्सव का एक करोड रुपए खर्चा है जो कि सरकार कहां से कर रही है हिमाचल प्रदेश की जनता के पैसे को इस तरह से किस लिए बर्बाद किया जा रहा है और इसके साथ इस बात का भी जवाब दें कि सरकारी बसों के नहीं चलने से जो असुविधा लोगों को हो रही है उस असुविधा के लिए कौन जिम्मेवार हैं. सुधीर ने कहा कि यह हालात पूरे प्रदेश में बने हुए हैं और सरकार को आम आदमी की पीड़ा से कोई लेना देना नहीं है इसी के साथ उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में चरमराती कानून व्यवस्था का सीधा सीधा उदाहरण पिछले कल ऊना के हरोली में हुआ गोली कांड है और उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में स्वस्थ स्पष्टीकरण दें और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जो सिर्फ अमृत महोत्सव में ही व्यस्त और मस्त नजर आ रहे हैं उन्हें इस बात का जवाब जनता को देना चाहिए कि हिमाचल प्रदेश की कानून व्यवस्था के लिए चरमराई हुई है और इसी के साथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अपने पद से भी इस्तीफा देना चाहिए.