हिमाचल सरकार पहले ही वरिष्ठ IAS अधिकारियों की कमी से जूझ रही है। ऐसे में 2 सीनियर IAS अगले 3 दिन बाद रिटायर हो रहे हैं। अगले 5 महीने में 5 और IAS सेवानिवृत होंगे। कुल मिलाकर इस साल 7 IAS रिटायर होने वाले हैं। इससे आने वाले दिनों में सुक्खू सरकार के समक्ष अफसरशाही का संकट और गहराएगा।
इससे भी बड़ी चिंता इस बात की है कि टॉप-10 ब्यूरोक्रेट्स में 4 प्रदेश से बाहर सेवाएं दे रहे हैं। सीनियोरिटी में तीसरे नंबर के IAS अली रजा रिजवी, 5वें नंबर के के. संजय मूर्ति, 7वें नंबर के केके पंत और 8वें नंबर की अनुराधा ठाकुर सेंटर डेपुटेशन पर हैं।
IAS किसी भी सरकार का आइना होते हैं, लेकिन हिमाचल में अब गिने-चुने सीनियर IAS रह गए हैं। कुछ नाराज अधिकारियों के पास न के बराबर काम या विभागों का दायित्व है, तो कई अधिकारी प्रदेश छोड़कर भाग रहे हैं।
मौजूदा सरकार के 6 महीने के कार्यकाल में 3 IAS केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं। इनमें प्रिंसिपल सेक्रेटरी रैंक के रजनीश, सुभाशीष पांडा और 2013 बैच की IAS देबश्वेता बनिक शामिल हैं। सचिव रैंक के अमनदीप गर्ग हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस हिमाचल लौटे हैं।
राज्य में अभी 153 अफसरों के काडर में से 115 अधिकारी ही सेवारत्त हैं। 2 के रिटायर होने के बाद 113 रह जाएंगे। जाहिर है कि सुक्खू सरकार को इससे आने वाले दिनों में IAS की कमी से ज्यादा जूझना पड़ेगा।
प्रदेश में सबसे सीनियर IAS राम सुभग सिंह और अमिताभ अवस्थी 31 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं। वहीं अक्षय सूद, राजीव शर्मा, अमित कश्यप, कल्याण चंद और राकेश शर्मा भी इसी साल रिटायर होंगे।