अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद निजी स्कूलों द्वारा अभी हाल ही में ट्यूशन फीस से अतिरिक्त फीस वसूलने को लेकर निकाले गए फरमान का विरोध करती है। प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने कहा गत कुछ दिन पहले प्रदेश सरकार द्वारा निजी स्कूलों के संदर्भ में ट्यूशन फीस से अतिरिक्त फीस वसूलने की अधिसूचना निकाली जाती है वह वर्तमान परिपेक्ष में आर्थिक मंदी से जूझ रहे प्रदेश की जनता के लिए सही नहीं है।
जिस तरह डीएवी स्कूल न्यू शिमला द्वारा अभिभावकों से वर्ष भर की ट्यूशन फीस के साथ पंजीकरण शुल्क, वार्षिक शुल्क, दाखिला शुल्क, सिक्योरिटी शुल्क व तमाम प्रकार के अनावश्यक शुल्क वसूलने का फरमान निकाला जाता है, जिसके तहत अभिभावकों पर 15,000₹ से अधिक फीस जमा करने का दबाव बनाया जाता है। वर्तमान समय में निजी स्कूलों द्वारा इस प्रकार का किया जा रहा व्यवहार कतई सही नहीं है।
विद्यार्थी परिषद निजी स्कूलों द्वारा किए जा रहे इस व्यवहार का विरोध करती है। महामारी के दौर में स्कूलों द्वारा चलाई गई ऑनलाइन कक्षाओं की फीस को अभिभावकों द्वारा समय पर अदा किया जा रहा है। परंतु कोरोना महामारी की वजह से जिस तरह प्रदेश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है, ऐसे समय में इस तरह अनावश्यक फीस क नाम पर आर्थिक शोषण करना उचित नहीं है। विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से मांग करती है की वर्तमान समय में निजी स्कूलों द्वारा ली जा रही इस अनावश्यक फीस को ना लिया जाए तथा प्रदेश की जनता की आर्थिक स्थिति को समझते हुए सकारात्मक कदम उठाए जाएं।