शिमला। हिमाचल प्रदेश में HRTC प्रबंधन ने बीते कल क्षेत्रीय प्रबंधक शिमला लोकल देवासेन नेगी का शिमला से नेरवा तबादला कर दिया। जिसके बाद से ही एचआरटीसी कर्मचारियों ने सरकार व प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में HRTC कर्मचारी अपने अपने तरीके से रोष व्यक्त करने में लगे हुए हैं। एस दौरान उन्होंने सरकार व प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
वहीं, इस मसले पर हिमाचल परिवहन कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति ने आरएम का तबादला रद्द न करने पर पूरे प्रदेश में बसों का संचालन बंद करने का ऐलान भी किया है। बता दें कि आज शिमला से चंडीगढ़, दिल्ली, धर्मशाला रूटों पर कोई बस नहीं चली। इतना ही नहीं शहर में भी बस सेवा ठप पड़ी हुई है। वहीं, कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन पर परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने कठोरता दिखाते हुए सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
आज हमीरपुर में परिवहन मंत्री ने पत्रकारों के साथ हुई अनौपचारिक बातचीत के दौरान बताया कि शिमला में एचआरटीसी के कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन दुर्भाग्यपूण है। आरएम के तबादले का निर्णय बस चालक और परिचालक नहीं लेंगे। अगर यह मामला जल्द शांत नहीं हुआ तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
इसके साथ ही परिवहन मंत्री ने कहा कि 15 साल तक एक जगह पर नौकरी करने वाले अधिकारी ने जिस तरह की परिस्थितियां पैदा की हैं, उनकी गहनता से जांच की जाएगी और अनुशासनहीनता करने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। सरकार ने तबादला करके किसी अधिकारी को सजा नहीं दी। जिस अधिकारी को शिमला में आरएम लगाया है, वह कैंसर से पीड़ित है। बीमारी के चलते वह नेरवा नहीं जाना चाहता है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शिमला वाले को नेरवा भेजा गया क्योंकि शिमला के नेरवा में एचआरटीसी का नया यूनिट खोला गया है। जहां पर एक अनुभवी व वरिष्ठ अधिकारी की आवश्यकता है। अनुभव को देखते हुए आरएम को शिमला से नेरवा के लिए बदला गया है।
बता दें कि आरएम् के तबादले के विरोध में हमीरपुर जिले में भी HRTC के कर्मचारियों ने प्राइवेट बसों को बस अड्डे के अंदर प्रवेश करने ही नहीं दिया। इतना ही नहीं शिमला में परिवहन के कर्मचारी सड़कों पर उतर आए इस दौरान बस अड्डे के गेट को बंद कर दिया गया जिस वजह से सड़क पर जाम की स्थिति बन गई। इसी तरह ऊना जिले में भी स्थिति कुछ एसी ही बनी हुई है कर्मचारी जमकर सरकार द्वारा लिए गए निर्णय का जमकर विरोध कर रहे हैं।