देश भर से अनेक तबला वादकों ने लिया शिविर में भाग
शिमला 17 जून । कसुपंटी निर्वाचन के गावं धरेच में स्थित गुरुकुल में बीते एक सप्ताह से चल रहे समर तबला कार्निवाल का समापन हो गया । इस चैथे वार्षिक तबला कैंप में देशभर से आए 45 तबला साधकों और संगीत प्रेमियों ने भाग लिया। इस शिविर का संचालन जाने-माने तबला वादक विक्रम गंधर्व द्वारा किया गया,। उन्होने बताया कि बीते रोज से गिटार सिखाने के लिए एक अन्य कैंप लगाया गया है जोकि 18 जून को सपंन होगा । जिसमे चंडीगढ़ के पुनीत जनोत रिसोर्स पर्सन की भूमिका निभायेंगे ।
विक्रम गंधर्व ने बताया कि उनका उद्देश्य इस कैंप के जरिए तबले की परंपरा को जीवित रखना और आने वाली पीढ़ियों को शास्त्रीय संगीत से जोड़ना है। इस शिविर में प्रतिभागी न सिर्फ तबला सीखते हैं, बल्कि पहाड़ों की खूबसूरत वादियों, शांत वातावरण और लोक संस्कृति का भी आनंद उठाते हैं। गुरूकुल संगीत और प्रकृति के संगम का जीवंत उदाहरण बन चुका है।
विक्रम ने बताया कि कैंप के दौरान न केवल तबले के विविध घरानों, तालों और तकनीकों पर आधारित कार्यशालाएँ आयोजित की गईं, बल्कि गायकों और अन्य वाद्य कलाकारों के साथ संगत की भी गहन प्रैक्टिस कराई गईं। इससे प्रतिभागियों को मंच पर प्रस्तुति के वास्तविक अनुभव से रूबरू होने का मौका मिला और रचनात्मक सामंजस्य की समझ भी विकसित हुई। उन्होने बताया कि कलाकारों ने ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियाँ दीं, जिनका आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और संगीत प्रेमी मौजूद रहे। समापन दिवस पर स्थानीय पंचायत प्रधान हेतराम गंधर्व ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र और सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस शिविर में मुंबई से नीरज आचार्य, दिल्ली से फतेह, अंबाला से पृथु , चंडीगढ़ से गौरव, कृष और कबीर, असम से दिव्य ज्योति, बैंगलोर से प्रतीप कुमार चटर्जी, बिहार से अमन और संतोष, कर्नाटक से आचार्य सत्यवती, मध्य प्रदेश से निकिता सोनी, हिमाचल प्रदेश से सृष्टि, रूपल, सारंग, जतिन, सूर्यांश, दिव्यांशु, अभिषेक, ईशान, वरुण, नवतेश और साहिल इत्यादि ने भाग लिया