कर्मचारियों को प्रताड़ित करने वाले कर्मचारियों के आदेश हुए कैंसल
हिमाचल प्रदेश वन विभाग में अधिकारियों की कॉलोनी में तैनात किए गए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के आदेश आखिर वन विभाग ने आज कैंसल कर दिए। वन विभाग नहीं इन आदेशों को हिमाचल प्रदेश मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन और हिमाचल प्रदेश वन विभाग चतुर्थ श्रेणी महासंघ द्वारा पिछले दिनों किए गए आंदोलन के बाद यह आदेश कैंसल किए हैं। हिमाचल प्रदेश वन विभाग मिनिस्टर स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश बादल ने इसे सत्य की जीत बताया है। गलत तरीके से किए गए इन आदेशों के स्थगन से हिमाचल प्रदेश वन विभाग के कर्मचारियों में खुशी की लहर है। बादल ने बताया कि उनकी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है जब तक कर्मचारियों को प्रताड़ित करने वाले अधिकारी का स्थानांतरण नहीं हो जाता कर्मचारी आंदोलन जारी रखेंगे। प्रकाश बदलना यह भी बताया हकीकत दिवस सचिव वन श्री अभिषेक गर्ग द्वारा दिए गए आश्वासन के मध्य नजर अभी आंदोलन को फिलहाल रोका गया है। गौर तरफ है कि प्रकाश बादल की अध्यक्षता में कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल कल सचिव वन से मिला था। प्रकाश बादल ने बताया कि सचिन वन ने कर्मचारियों को बहुत सहजता से सुना और बताया कि उन्हें थोड़ा समय दें वह इस मामले पर स्वयं उचित कार्रवाई करेंगे। प्रकाश बादल ने यह भी बताया कि यदि उपरोक्त पीसीएफ को एडमिन और इको टूरिज्म की सीट से स्थानांतरित नहीं किया गया तो इसका कर्मचारी का विरोध करेंगे। प्रकाश बादल ने बताया कि वन विभाग के कर्मचारी इस अधिकारी को एडमिन और इको टूरिज्म के पद पर नहीं देखना चाहते क्योंकि यह अधिकारी अपनी पद का दुरुपयोग कर रहा है और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ मिलकर इस अधिकारी द्वारा की जा रही प्रताड़ना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर झूठा केस बनाने का षड्यंत्र रच रहा है। प्रकाश बादल ने शंकर जाहिर करते हुए बताया कि यह अधिकारी सरकारी रिकॉर्ड में छेड़छाड़ भी कर सकता है और बदले की भावना से झूठ मत के केस बनाकर अनुशासनात कार्रवाई का मसौदा भी तैयार कर सकता है। प्रकाश बादल ने बताया कि यह अधिकारी पिछले दो दिनों से कंडक्ट रूल की किताबों को खंगाल रहा है और गढ़ दिनों इस अधिकारी के खिलाफ कर्मचारियों द्वारा की गई गेट मीटिंग और प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने वाले कर्मचारियों के खिलाफ बदले की भावना से अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए निम्न अधिकारियों पर दबाव बना रहा है। इस अधिकारी द्वारा अभी भी वन विभाग मुख्यालय में काम कर रहे कर्मचारियों पर दबाव बनाने के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई के पत्र जारी करने करने के लिए अधीनस्थ अधिकारियों पर पत्र जारी करने का दबाव बना रहा है। प्रकाश बादल ने वन विभाग के मुखिया राजीव कुमार से आग्रह किया है कि वह अपने अधीनस्थ अधिकारियों को आदेश दिन के कर्मचारियों पर बिना कारण दबाव न बनाया जाए। उपरोक्त अधिकारी द्वारा कर्मचारियों पर बदले की भावना से काम करने का और कर्मचारियों पर मानसिक दबाव बनाने का आरोप लगाया है। प्रकाश बादल ने यह भी बताया यदि बिना कारण कर्मचारियों डराया धमकाया गया तो उसके खिलाफ एसोसिएशन कानूनी कार्रवाई का रास्ता अपनाने में भी गुरेज नहीं करेगा।
वन विभाग मुख्यालय में पीसीसीफ एडमिन और इको टूरिज्म का कोई पद मंजूर नहीं।
प्रकाश बादल ने उपरोक्त पीसीसीएफ को वर्तमान पद से तुरंत हटाने का आग्रह किया है । उन्होंने आगे बताया कि वन विभाग के मुख्यालय में पीसीसीएफ एडमिन और इको टूरिज्म का कोई पद नहीं है, उसके बावजूद भी इस अधिकारी को पीसीसीएफ के पद पर तैनात किया जाना सरकारी धन का तो दरुपयोग हो ही रहा है साथ ही साथ यह अधिकारी अपने पद का दरुपयोग कर पूरे प्रदेश में कर्मचारियों वा अधिकारियों को प्रताड़ित कर रहा है।
एसोसिएशन ने सीसीएफ शिमला का आभार जताया
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वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन और वन विभाग चतुर्थ श्रेणी एसोसिएशन ने शिमला के सीसीएफ के.थिरुमल का उपरोक्त अधिकारी के दबाव में किए गए आदेशों को स्थगित करने के आदेशों का स्वागत किया है और उनका आभार व्यक्त किया है कि उन्होंने कर्मचारियों की प्रताड़ना वाले आदेशों के स्थगन कर अपनी सक्षमता और उदारता का प्रमाण दिया है।